Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले और उनके खिलाफ हिंसा की घटनाएं अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय बन गई हैं. हाल ही में आई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी गुटों को पाकिस्तान की फौज और आईएसआई से सीधा समर्थन मिल रहा है. ये गुट बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाकर दंगे भड़का रहे हैं.


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पाकिस्तान से आया हथियारों का जहाज


11 नवंबर को पाकिस्तान से एक जहाज बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पहुंचा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जहाज में मशीनगन, बम बनाने का सामान और अन्य हथियार लाए गए. इतना ही नहीं, इसके जरिए करीब 100 प्रशिक्षित आतंकवादियों को भी बांग्लादेश भेजा गया. यह जहाज एक चीनी कंपनी के माध्यम से भेजा गया था.


पाकिस्तानी और बांग्लादेशी सेना की गुप्त बैठकें


ज़ी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश के सेना प्रमुख और पाकिस्तान के उच्चायुक्त के बीच नवंबर में तीन गुप्त बैठकें हुईं. इन बैठकों में हिंदू विरोधी हमलों को लेकर रणनीति तैयार की गई. दस्तावेज़ बताते हैं कि इन बैठकों के दौरान कट्टरपंथी गुटों को समर्थन देने और उनकी ताकत बढ़ाने पर चर्चा हुई.


कट्टरपंथी गुटों का हिंदुओं पर हमला


हिज्ब उत तौहीद और इस्लामी छात्र शिबिर जैसे कट्टरपंथी गुट हिंदुओं पर सीधा हमला कर रहे हैं. इन गुटों ने हिंदू छात्रों और इस्कॉन के भक्तों को निशाना बनाकर हिंसा फैलाई. भगवा पहनने या तिलक लगाने पर हिंदुओं को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जा रहा है.


इस्कॉन ने जारी की गाइडलाइंस


बांग्लादेश में बिगड़ती स्थिति को देखते हुए इस्कॉन ने अपने भक्तों और साधुओं के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. इसमें कहा गया है कि वे सार्वजनिक रूप से भगवा कपड़े न पहनें, तिलक न लगाएं, और अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर रखें.


चिन्मय कृष्ण दास के वकील पर हमला


इस बीच, चिन्मय कृष्ण दास के केस की पैरवी कर रहे वकील रमन रॉय पर जानलेवा हमला हुआ. कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. अब दास का केस लड़ने के लिए कोई भी वकील तैयार नहीं है, जिससे उनकी जमानत सुनवाई एक महीने के लिए टाल दी गई.


पाकिस्तान का मकसद और भारत पर असर


रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान, बांग्लादेश की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है. पूर्वोत्तर भारत के उग्रवादी गुटों से संपर्क कर उन्हें हथियार और पैसा भेजने की योजना बनाई जा रही है.


बांग्लादेश में हिंदू होना बना गुनाह


हालात इतने बिगड़ गए हैं कि बांग्लादेश में हिंदू होना अब खतरे से खाली नहीं है. वहां के हिंदू अपनी धार्मिक पहचान छिपाने के लिए मजबूर हो गए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति बांग्लादेश में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन की ओर इशारा करती है.