Lesotho Skiing: यूरोप में गर्मी से मचा हाहाकार लेकिन अफ्रीका के इस देश में लोग ले रहे बर्फ पर स्कीइंग का मजा!
Afriski Skiing: यूरोप (Europe) के कई देश इस वक्त भयंकर गर्मी (Heat) की मार झेल रहे हैं, लेकिन अफ्रीका (Africa) के एक देश में लोग स्कीइंग (Skiing) का मजा ले रहे हैं. बता दें कि इसमें चिंता की कोई बात नहीं है. दरअसल, ऐसा जलवायु परिवर्तन (Climate Change) की वजह से नहीं हुआ है. बता दें कि अफ्रीका महाद्वीप (Africa Continent) का देश जहां लोग स्कीइंग आनंद ले रहे हैं, उसका नाम लेसोथो (Lesotho) है. लेसोथो अफ्रीका का एकमात्र देश है जहां बर्फ (Snow) गिरती है. लेसोथो, साउथ अफ्रीका से घिरा एक छोटा पर्वतीय देश है. पृथ्वी पर लेसोथो अकेला ऐसा देश है, जहां इसके क्षेत्र का हर इंच समुद्र तल से 1,000 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर है.
बता दें कि अफ्रीकी देश लेसोथो पृथ्वी पर दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित है. यहां सर्दियों में बर्फबारी होती है. वैसे तो दक्षिणी अफ्रीका में भी सर्दी पड़ती है, लेकिन बर्फबारी के साथ यहां स्की रिसॉर्ट होना दुर्लभ है. जान लें कि 3,000 मीटर की ऊंचाई पर लेसोथो के मालुती पर्वत में अफ्रिस्की (Afriski) अफ्रीका का एकमात्र स्की रिसॉर्ट (Ski Resort) है. यहां बर्फबारी और स्कीइंग का मजा लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं.
गौरतलब है कि स्कीइंग की छुट्टी के लिए साउथ अफ्रीका से लेसोथो आईं काफी मोजापेलो ने कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में कभी बर्फ नहीं देखी थी. लेसोथो आने पर मैं बहुत खुश हूं. यह एक अच्छा अनुभव है. मैं ये पल अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूलूंगी. वहीं जोहानिसबर्ग से आईं बाफाना नदिदा ने लेसोथो में पहली बार स्की बूट पहने. इसे पहनकर वह बहुत खुश हुईं.
लेसोथो में लोगों को स्कीइंग की ट्रेनिंग देने वाले होप रामोकोत्जो ने बताया कि वह पिछले 12 साल से ट्रेनिंग का काम कर रहे हैं. ज्यादातर पर्यटक यहां अफ्रीका के ही होते हैं. उन्हें बर्फबारी और स्कीइंग का मजा लेने के लिए यूरोप नहीं जाना पड़ता है. वो लेसोथो में ही आकर मजा ले रहे हैं.
जान लें कि अफ्रिस्की (Afriski) का कपोको स्नो पार्क अफ्रीका महाद्वीप का एकमात्र फ्रीस्टाइल स्नो पार्क (Freestyle Snow Park) है. लेसोथो के बुथा-बुथे शहर में रहने वाले 13 साल के सेखोलो रामोनोत्सी अफ्रिस्की में रोजाना प्रैक्टिस करते हैं. उन्होंने जूनियर स्नोबोर्ड और स्की डिवीजन में कई इनाम जीते हैं. सेखोलो रामोनोत्सी ने कहा कि मैं यूरोप में भी स्कीइंग करना चाहूंगा.
वहीं, ब्रिटेन में जन्मे मीका लेबोहांग एजिन्दु ने बताया कि उन्होंने यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया में एक दशक से लंबे समय तक स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग की ट्रेनिंग लोगों को दी. यह पहली बार है कि वो पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित किसी देश में लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. उनके पूर्वज लेसोथो के ही रहने वाले थे. मीका लेबोहांग ने कहा कि अफ्रीका में इस प्रकार की प्रतियोगिता का होना दिल को छू लेने वाला है. (इनपुट- भाषा)