एक कॉमेडियन बना यूक्रेन का राष्ट्रपति, आज पुतिन के सामने झुकने को नहीं है तैयार
यूक्रेन आज रूस के हमलों का सामना कर रहा है, लेकिन यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की रूस के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं. राष्ट्रपति बनने से पहले वो एक स्टैंड-अप कॉमेडियन रह चुके हैं. वलोडिमिर जेलेंस्की ने 3 साल पहले भारी मतों से राष्ट्रपति का चुनाव जीता था लेकिन अब उनके सामने यूक्रेन को बचाने की चुनौती है. वलोडिमिर जेलेंस्की से जुड़ी कई ऐसी खास बातें हैं जो आपके लिए जानना जरूरी हैं.
स्टैंड-अप कॉमेडियन रह चुके हैं जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की एक अभिनेता और स्टैंड-अप कॉमेडियन रह चुके हैं. वह यूक्रेन के सबसे लोकप्रिय कलाकारों में से एक हैं. उन्होंने 1997 में अन्य अभिनेताओं के साथ कॉमेडी ग्रुप 'क्वार्टल 95' का गठन किया था. यह ग्रुप टेलीविजन कार्यक्रमों का निर्माण करता था. उन्होंने अपने एक शो में स्कूल के एक शिक्षक की भूमिका निभाई थी, जिसको एक दिन यूक्रेन का राष्ट्रपति बनना पड़ जाता है.
संकटों का किया डटकर सामना
वलोडिमिर जेलेंस्की का जीवन और करियर अन्य अंतरराष्ट्रीय नेताओं की तुलना में सामान्य रहा है. उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद से कई संकटों का सामना किया है. हालांकि, उन्होंने इन संकटों का डटकर सामना किया.
शादीशुदा हैं जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी नाम ओलेना जेलेंस्की है. दोनों के बच्चे भी हैं. उन्होंने 2000 में कीव नेशनल इकोनॉमिक यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री के साथ ग्रेजुएशन किया, लेकिन उन्होंने एक अलग करियर बनाने का फैसला किया.
2018 में रखा राजनीति में कदम
2018 में वलोडिमिर जेलेंस्की ने अचानक राजनीति में कदम रखा और सर्वेंट ऑफ द पीपल पार्टी से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने अपने ग्रुप के साथ देश का दौरा किया और स्टैंड-अप कॉमेडी से विरोधी उम्मीदवारों का मजाक उड़ाया.
2019 में जेलेंस्की बने राष्ट्रपति
साल 2019 में वलोडिमिर जेलेंस्की ने राष्ट्रपति का चुनाव 73 प्रतिशत से अधिक वोटों के साथ जीता. राष्ट्रपति बनने के बाद से ही जेलेंस्की के संबंध अमेरिका के साथ काफी अच्छे रहे. उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से लेकर जो बाइडेन के साथ काम किया.
रूस के साथ रिश्तों में आई खटास
हालांकि, वलोडिमिर जेलेंस्की ने राष्ट्रपति बनने के बाद शुरू में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कूटनीतिक रूप से जुड़ने की कोशिश की, लेकिन उनको इसका अच्छा परिणाम नहीं मिला. जेलेंस्की ने यूक्रेन में रूसी समर्थक राजनीतिक गुटों के खिलाफ सख्त कदम उठाया था, जिसमें विक्टर मेदवेदचुक भी शामिल थे. उन्हें यूक्रेन में पुतिन के आदमी के रूप में जाना जाता था. इस वजह से ही दोनों राष्ट्रपतियों के बीच खटास आनी शुरू हो गई थी.