PM Modi Qatar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिवसीय यूएई दौरे के पहले दिन दोस्ती का नया अध्याय लिखा. पीएम मोदी ने यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें कई अहम समझौतों पर दस्तखत भी किए. पीएम मोदी UAE के बाद आज कतर दौरे पर जाएंगे. इस दौरान कतर में शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात करेंगे. पीएम मोदी का कतर दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब कतर से 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की रिहाई हुई है. पीएम मोदी की कतर यात्रा से पहले विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यात्रा की पूरी जानकारी दी और बताया कि आज शाम से शुरू हो रही यात्रा हमारे संबंधों के आयामों को नई ऊंचाई पर लेकर जाएगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या मायने रखता है पीएम मोदी का कतर दौरा?


अबू धाबी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा से Zee News ने सवाल किया, 'पीएम मोदी का कतर का दौरा कितना महत्वपूर्ण है? खासतौर पर तब जब 8 भारतीयों की रिहाई हुई है.' इस पर उन्होंने कहा, 'दोनों देशों के बीच जो भी बातचीत होगी, वो हम लोग आपके सामने रखेंगे. भारत कतर संबंध एक व्यापक संबंध है. उनका स्वरूप व्यापक हैं. पीएम मोदी ने 2016 में कतर की यात्रा की थी. क्षेत्रीय स्थिति को लेकर दोनों देशों के बीच सहयोग दोनों देशों के अंग है. भारत के संबंध कतर के साथ मजबूत हैं.'


उन्होंने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री की यात्रा से कतर के साथ हमारे संबंधों को नए आयाम देंगे. प्रधानमंत्री जी खाड़ी के हर देश के साथ संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में चल रहे हैं. चाहे ऊर्जा, व्यापार, निवेश, भारतीय डायसपोरा से संबंधित हो, क्षेत्रीय स्थिति दोनों देशों के बीच हों हमारे संबंध सशक्त है. क्या सहयोग हो. क्या सहकार्य हो. आज शाम से यात्रा शुरु होगी. हमारे संबंधों के आयामों को नई ऊंचाई पर लेकर जाएगी.'


कतर में भारत को कूटनीतिक जीत, रिहा हुए 8 भारतीय


बता दें कि हाल ही में कतर में भारत को बड़ी कूटनीतिक जीत मिली थी. जब कतर ने फांसी की सजा पाने वाले आठ पूर्व नौसौनिकों को रिहा कर दिया. दोहा के अल दाहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजिज में काम करने वाले सभी पूर्व नौसैनिकों को अगस्त, 2022 में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सूत्रों के मुताबिक सभी पर पनडुब्बी परियोजना की कथित जासूसी करने का आरोप था. इसके बाद सभी को फांसी की सजा सुनाई गई थी. बाद में भारत की अपील पर वहां की अदालत ने सभी सैनिकों का सजा कम कर दी थी और इसे उम्रकैद में बदल दी थी. हालांकि, अब उन्हें रिहा कर दिया है.


कैसे हैं कतर और भारत के रिश्ते?


भारत और कतर के रिश्ते काफी मजबूत हैं और भारत ने कई मौकों पर कतर की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. इसके अलावा, भारत पेट्रोलियम उत्पादों का आयात भी कतर से करता है. साल 2017 में भारत ने कतर की तब मदद की थी जब बहरीन, मिस्र, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे खाड़ी देशों ने आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर उससे अपने राजनयिक संबंध खत्म कर लिए थे. इसके कारण आयात-निर्यात के लिए उसे सुदूर बंदरगाहों का इस्तेमाल करने पर मजबूर कतर गंभीर संकट से गुजर रहा था. तब वहां गंभीर खाद्य संकट को देखकर भारत सरकार ने भारत-कतर एक्सप्रेस सेवा नामक समुद्री आपूर्ति लाइन के जरिए कतर की मदद की थी. खाने-पीने के सामानों के लिए भी कतर भारत पर निर्भर है.