PM Modi Egypt Tour: भारत और US के रिश्तों में मजबूती लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को अमेरिका की यात्रा पर होंगे, जहां पर उन्हें बतौर व्हाइट हाउस के मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम मोदी के इस मुलाकात के कई मायने बताए जा रहे हैं जिसमें डिफेंस, एशिया में बढ़ते चीन के दबदबे पर कंट्रोल और कई अन्य जरूरी समझौतों पर हस्ताक्षर होना शामिल है. वहीं, इस यात्रा को अमेरिका में होने वाले चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां पर भारतीय मूल की एक बड़ी आबादी रहती है. हालांकि, अमेरिका के तुरंत बाद पीएम मोदी मिस्र का दौरा करेंगे जिसकी चर्चा काफी जोरों पर है.


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पीएम मोदी क्यों जा रहे मिस्र?


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के बाद तुरंत मिस्र की यात्रा पर निकलेंगे, जहां पर 24 और 25 तारीख को वह मिस्र में रहेंगे. मिस्र का दौरा भारत के लिए बहुत अहम माना जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पीएम मोदी के मिस्र दौरे पर मुहर लगाई है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का ये पहला मिस्र के लिए दौरा है, जहां पर वह 24 और 25 जून को काहिरा में होंगे. मिस्र ने ब्रिक्स देशों की सदस्यता ले ली है. इस ऐलान के बाद ही यह दौरा तय किया गया है.


भारत होगा ये फायदा


पश्चिम एशियाई देश ब्रिक्स देशों के साथ व्यापार करते हैं. इस दौरान व्यापार में डॉलर्स के प्रभाव को कम करने की पहल की गई है. व्यापार के डॉलर का विकल्प खोजा जा रहा है, जिसमें अन्य मुद्राओं को मान्यता देने की बात की जा रही है. वर्तमान समय में भारत और मिस्र के साथ लगभग $7 अरब का व्यापार करता है. भारत में जिस तरह से आईआईटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थान है, उसी तरह मिस्र भी अपने देशों में कॉलेज खोलना चाहता है. मिश्र पश्चिमी एशिया और अफ्रीकी देशों की राजनीति में काफी ज्यादा मजबूत स्थिति में दिखाई देता है, इसलिए मिस्र की यात्रा से भारत के लिए कई दूसरे रास्ते भी खोल सकती है.