अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी, हुआ भव्य स्वागत, मोदी-मोदी और भारत माता की जय के लगे नारे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुर्तगाल की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद आज अमेरिका पहुंच गए हैं. अमेरिका पहुंचने पर भारतीय राजदूत नवतेज सरना और उनकी पत्नी ने पीएम मोदी का स्वागत किया. ज्वाइंट बेस पर भारतीय समुदाय के लोगों ने भव्य स्वागत किया और मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लाए. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए हैं. पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप से पहली बार मुलाकात करेंगे.
वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुर्तगाल की अपनी एक दिन यात्रा पूरी करने के बाद आज अमेरिका पहुंच गए हैं. अमेरिका पहुंचने पर भारतीय राजदूत नवतेज सरना और उनकी पत्नी ने पीएम मोदी का स्वागत किया. ज्वाइंट बेस पर भारतीय समुदाय के लोगों ने भव्य स्वागत किया और मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लाए. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए हैं. पीएम मोदी डोनाल्ड ट्रंप से पहली बार मुलाकात करेंगे. दोनों नेता रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं. मोदी का तीन दिवसीय अमेरिकी दौरा आज से शुरू हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज यहां पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों के एक समूह ने उनका शानदार स्वागत किया. भारतीय समुदाय के लोगों का यह समूह उच्च सुरक्षा वाले उस होटल के बाहर मोदी का इंतजार कर रहा था जहां प्रधानमंत्री ठहरे हैं. भारतीय प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए भारतीय समुदाय के लोगों का एक समूह विलार्ड इंटर कॉन्टीनेन्टल होटल के बाहर उनका इंतजार कर रहा था. जैसे ही मोदी की गाड़ियों का काफिला होटल पहुंचा, वह अपनी गाड़ी से बाहर निकले और हाथ हिलाते हुए समूह के लोगों की ओर बढ़ गए. जैसे ही मोदी को भारतीय समुदाय के लोगों ने अपनी ओर आते देखा, वह लोग खुशी से मोदी-मोदी चिल्लाने लगे.
मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा से पहले कहा था कि उन्हें विचारों का गहरायी से आदान प्रदान करने का इंतजार है. उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरी अमेरिका यात्रा का उद्देश्य हमारे देशों के बीच संबंधों में प्रगाढ़ता लाना है. भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों से हमारे देशों और विश्व को लाभ होगा.'
प्रधानमंत्री करीब 20 प्रमुख अमेरिकी कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह वर्जीनिया के डीसी उपनगर में भारतीय अमेरिकी समुदाय द्वारा आयोजित एक समारोह में शामिल होंगे. इस समारोह में भारतीय अमेरिकी समुदाय के करीब 600 सदस्यों के शामिल होने का अनुमान है. समझा जाता है कि आज मोदी से जो अमेरिकी कार्यकारी अधिकारी से मुलाकात करेंगे उनमें एप्पल के टिम कुक, वालमार्ट के डौग मैकमिलन, कैटरपिलर के जिम उम्प्लेबी, गूगल के सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला भी होंगे.
ट्रंप सोमवार की दोपहर को व्हाइट हाउस में मोदी की मेजबानी करेंगे. दोनों नेता विभिन्न बैठकों में करीब पांच घंटे का समय साथ बिताएंगे. इसकी शुरुआत द्विपक्षीय चर्चा से होगी. बैठकों में शिष्टमंडल स्तर की बातचीत, स्वागत तथा रात्रिभोज शामिल होगा. इस प्रशासन द्वारा अपनी तरह का यह पहला रात्रिभोज होगा.
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दोनों नेता संवाददाता सम्मेलन को संबोधित नहीं करेंगे लेकिन वह प्रेस को बयान जारी करेंगे. प्रधानमंत्री के वॉशिंगटन पहुंचने के कुछ ही घंटे पहले ट्रंप ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीओटीयूएस से ट्वीट किया कि वह व्हाइट हाउस में भारतीय नेता का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं जिस दौरान एक सच्चे मित्र के साथ महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेंगे. पीओटीयूएस अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए निर्धारित शब्द है.
अमेरिकी सीनेटर कमला हैरिस ने ट्वीट किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करती हूं और हमारे दोनों देशों के बीच अटूट जुड़ाव की पुष्टि करती हूं. ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि वह मोदी का भव्य स्वागत करता है. साथ ही प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया है कि यह कहना गलत है कि अमेरिका भारत की उपेक्षा कर रहा है या भारत पर ध्यान नहीं दे रहा है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, राष्ट्रपति ट्रंप को यह अहसास है कि भारत अच्छाई के लिए एक ताकत है और यह बात सोमवार को दौरे के माध्यम से परिलक्षित होगी. दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत के दौरान रक्षा सहयोग, आथर्कि संबंधों को आगे बढ़ना, असैन्य परमाणु समझौते, आतंकवाद से निपटने पर सहयोग, भारत प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग पर चर्चाएं तथा एच-1बी कार्य वीजा को लेकर भारत की चिंताओं आदि पर चर्चा होगी.
इससे पहले, एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि मोदी का यह दौरा अमेरिका भारत रणनीतिक भागीदारी को मजबूत करने का एक अवसर है जिस बारे में ट्रंप का नजरिया है कि यह एशिया प्रशांत क्षेत्र एवं विश्व में स्थिरता और सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए एक अहम भागीदारी है. अधिकारी ने व्हाइट हाउस के संवाददाताओं को बताया हमें लगता है कि उनकी चर्चाएं बहुत व्यापक होंगी जिनमें कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे शामिल होंगे जिनमें हमारी साझा प्राथमिकताओं आतंकवाद से मुकाबला, आर्थिक विकास तथा समृद्धि को गति देना आदि को आगे बढ़ाना अहम होगा.