ग्लासगो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 3 दिन का रोम दौरा खत्म करने के बाद COP26 समिट में शामिल होने ग्लासगो पहुंचे, जहां उन्होंने दुनिया के सामने जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत का एजेंडा सामने रखा और पंचामृत मंत्र दिया. पीएम मोदी आज (2 नवंबर) भी ग्लासगो में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.


पीएम मोदी ने पर्यावरण बचाने के लिए दिया खास मंत्र


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पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने संस्कृत के मंत्रों से संबोधन शुरू किया और दुनिया को पंचामृत मंत्र दिया. इसके साथ ही उन्होंने LIFE यानी लाइफ स्टाइल फॉर एनवायर्नमेंट को जनआंदोलन बनाने की अपील की. पंचामृत मंत्र के जरिए प्रधानमंत्री मोदी बताया कि भारत कैसे पर्यावरण को बेहतर बनाएगा. उन्होंने कहा कि भारत 2070 तक नेट जीरो एमिशन का लक्ष्य हासिल करेगा.


'ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर करनी होगी मजबूत पहल'


इस बैठक में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने साफ संदेश दिया कि अब पर्यावरण बचाने के मुद्दे पर विकसित देश बच नहीं सकते हैं. उन्हें आगे बढ़कर ना केवल विकासशील और पिछड़े देशों को मदद करनी चाहिए, बल्कि अपने देश में ग्लोबल वॉर्मिंग को रोकने की मजबूत पहल करनी होगी.


2030 तक एक अरब टन कम कार्बन उत्सर्जन करेगा भारत


पीएम मोदी ने राष्ट्रीय प्रतिबद्ध योगदान (NDC) के तहत गैर जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षमता को 450 गीगा वॉट से बढ़ाकर 500 गीगावाट करने की घोषणा की. उन्होंने कहा, 'भारत 500 गीगा वाट गैर जीवाश्म ईंधन क्षमता 2030 तक हासिल करेगा. भारत 2030 तक अपनी ऊर्जा जरूरतों का 50 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करेगा. भारत अब से 2030 के बीच अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में एक अरब टन की कटौती करेगा. भारत कार्बन की गहनता में 45 प्रतिशत तक कटौती करेगा और 2070 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करेगा.'


सिर्फ भारत कर रहा पेरिस समझौते के अनुरूप काम: मोदी


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने जोर देकर कहा कि भारत एक मात्र देश है जो पेरिस समझौते के तहत जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए 'उसकी भावना' के तहत काम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है. उन्होंने जीवनशैली में बदलाव का आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण के प्रति संवेदनशील जीवनशैली जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए दीर्घकालिक उपाय हो सकता है.


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पीएम मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री से की मुलाकात


जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर ग्लासगो में COP-26 का सम्मेलन चल रहा है. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के साथ नजर आए. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी बोरिस जॉनसन के कंधे पर हाथ रख कर बात करते हुए दिखे. ब्रिटेन वही देश है, जिसने भारत पर 190 वर्षों तक शासन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने बोरिस जॉनसन से अलग से भी एक मुलाकात की, जिसमें दोनों नेता थम्स अप करते हुए दिखाई दिए. पीएम मोदी ने बोरिस जॉनसन को भारत आने का न्यौता भी दिया.


आज भी पीएम मोदी का बेहद व्यस्त कार्यक्रम


सोमवार की तरह आज (2 नवंबर) भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का बेहद व्यस्त कार्यक्रम है. आज दोपहर 2 बजे प्रधानमंत्री मोदी जलवायु से जुड़े महत्वपूर्ण परियोजना को लॉन्च करेंगे. इसके बाद शाम 7 बजे शीर्ष नेताओं को बैठक और परिचर्चा होगी. रात 9 बजे प्रधानमंत्री की स्विट्जरलैंड, फिनलैंड, इजरायल, नेपाल, मालावी, यूक्रेन, अर्जेंटीना, जापान के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय मुलाकातें होनी है.  पीएम मोदी बिल गेट्स के साथ भी बैठक करेंगे. रात 11 बजे प्रधानमंत्री मोदी देश के लिए रवाना होंगे और 3 नवंबर को सुबह 8 बजे देश पहुंचेंगे.


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