Putin Wins Russia Elections : रूस में 5वीं बार राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं पुतिन, भारत समेत दुनिया पर क्या होगा इसका असर
Russian Presidential Elections 2024: रूसी राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन की जीत पर शायद ही किसी को हैरानी हो. एपी के मुताबिक रूस में तीन दिवसीय राष्ट्रपति चुनाव बेहद नियंत्रित माहौल में पूरा हुआ.
Russia Elections 2024: रूस में उम्मीद के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन ने बड़ी जीत हासिल कर ली है. वह पांचवी बार देश के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. इस चुनाव नतीजे से शायद ही किसी को हैरानी हो. एपी के मुताबिक रूस में तीन दिवसीय राष्ट्रपति चुनाव बेहद नियंत्रित माहौल में पूरा हुआ. चुनाव में पुतिन या फिर यूक्रेन युद्ध की आलोचना तक की इजाजत नहीं थी. पुतिन के ज्यादातर आलोचक या तो जेल में है या फिर जेल में. पुतिन के सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की मौत पिछले महीने एक रूसी जेल में हो गई.
बड़ा सवाल यह है कि पुतिन की इस जीत का दुनिया और खासतौर से पश्चिम के लिए क्या मायने रखती है? 5 प्वाइंट में समझते हैं इस चुनावी नतीजे का रूस और दुनिया पर क्या असर होगा: -
1-युद्ध के लिए जीत का इस्तेमाल
पुतिन अपनी जीत को यूक्रेन युद्ध के लिए भारी जनसमर्थन के सबूत के रूप में इस्तेमाल करेंगे. एपी के मुताबिक कई पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि वह अपना रुख सख्त करेंगे और युद्ध बढ़ाएंगे. कुछ लोगों का कहना है कि क्रेमलिन सेना को मजबूत करने और नए भर्ती अभियान की शुरुआत कर सकते हैं.
2-विरोधियों पर बढ़ सकता है दम
विपक्षी कार्यकर्ताओं और युद्ध आलोचकों के खिलाफ दमन का दायरा बढ़ने की संभावना है. रूसी अधिकारी असहमति के संकेतों को मिटाने के अपने क्रूर कोशिशों में पहले की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
3-आक्रमक होगी विदेशी नीति
चुनावी नतीजों के बाद मॉस्को की विदेश नीति और भी अधिक आक्रामक होने की संभावना है. रूसी अधिकारी प्रोपेगेंडा के जरिए पश्चिम में विभाजन को और गहरा करने का प्रयास कर सकते हैं. साथ ही पारंपरिक मूल्यों के गढ़ के रूप में रूस की छवि को बढ़ावा देकर पश्चिम में रूढ़िवादी हलकों को अपनी तरप खींचने की कोशिश कर सकते हैं.
4-भारत समेत ग्लोबल साउथ पर असर
भारत के साथ रूस के गहरे रिश्ते रहे हैं. जानकारों के मुताबिक भारत, चीन, और ग्लोबल साउथ के देशों के साथ मॉस्को के संबंधों में, पुतिन की चुनावी जीत रूसी राजनीति पर उनके मजबूत कंट्रोल के मैसेज को मजबूत करके मौजूदा गठबंधनों को मजबूत करने में मदद करेगी. पुतिन पश्चिम और अमेरिका के खिलाफ अपनी छवि को और मजबूत करने की कोशिश कर सकती है.
5-विजय भाषण दे दी अपने इरादों की झलक
चुनावी जीत के बाद पुतिन ने यह स्पष्ट कर दिया कि नतीजे से पश्चिम को एक संदेश जाना चाहिए कि उसके नेताओं को एक साहसी रूस के साथ समझौता करना होगा, चाहे वह युद्ध में हो या शांति में.
पुतिन ने मॉस्को में एक विजय भाषण में समर्थकों से कहा कि वह यूक्रेन में रूस के 'स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन' से जुड़े कामों को हल करने को प्राथमिकता देंगे और रूसी सेना को मजबूत करेंगे.
पुतिन ने कहा, 'हमारे सामने कई काम हैं. लेकिन जब हम एकजुट होते है - चाहे कोई भी हमें डराना चाहे, हमें दबाना चाहे - इतिहास में कोई भी कभी सफल नहीं हुआ है, वे अब भी सफल नहीं हुए हैं और वे भविष्य में भी कभी सफल नहीं होंगे.'
Photo courtesy: @KremlinRussia