इस्लामाबाद : पाकिस्तानी के उग्र मौलाना ताहिर उल कादरी सरकार के खिलाफ एक नई रणनीति के साथ करीब एक महीने बाद आज स्वदेश लौट आए। वह प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ अपने प्रदर्शन को अचानक खत्म कर पिछले महीने विदेश चले गए थे।


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पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) प्रमुख कादरी अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन की अपनी यात्रा पूरी कर आज सुबह लाहौर स्थित अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचे। उन्होंने इन देशों की यात्रा कथित तौर पर मेडिकल जांच के लिए और अपनी पार्टी के पुनर्गठन के लिए की।


पीएटी के सैकड़ों समर्थकों ने गुब्बारों फूलों और पार्टी के झंडों के साथ उनका स्वागत किया। सरकार को परेशान करने की अपनी रणनीति का ब्यौरा देते हुए कनाडा आधारित मौलाना ने कहा कि उन्होंने अब देश के अन्य हिस्सों में धरने पर बैठने का फैसला किया है। एक रिपोर्ट में उनके हवाले से बताया गया कि हमारा संघर्ष अब महज एक धरने तक सीमित नहीं है बल्कि इसे देशव्यापी धरने में तब्दील होगा। उन्होंने 23 नवंबर, पांच दिसंबर, 14 दिसंबर, 21 दिसंबर और 25 दिसंबर को देश के विभिन्न हिस्सों में रैलियां करने की घोषणा की है।


गौरतलब है कि अपने दो महीने तक चले प्रदर्शन को अचानक ही खत्म कर अक्तूबर के आखिरी हफ्ते में वह देश छोड़ कर चले गए थे, जिससे ये कयास लगाए गए कि उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ सौदेबाजी कर ली है। हालांकि, कादरी ने सरकार के साथ किसी तरह की सौदेबाजी से इनकार किया और शरीफ को अपदस्थ करने के लिए देशव्यापी प्रदर्शन फिर शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान के साथ किसी तरह का मतभेद होने की खबरों को भी खारिज कर दिया।