कराची: कश्मीर मामले में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में 50 से अधिक देशों के समर्थन के मामले में झूठ बोलने पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी निशाने पर आ गए हैं.उनके अपने ही कैबिनेट सहयोगी ने कहा है कि यह मुद्दा ऐसा है कि कुरैशी अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकते, उन्हें जवाब देना होगा.


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पाकिस्तान के संघीय जल संसाधन मंत्री फैसल वावडा ने इस मामले में कुरैशी को आड़े हाथ लिया है. टीवी चैनल जियो न्यूज के एक कार्यक्रम के मेजबान व वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि कुरैशी को यह बताना होगा कि यूएनएचआरसी में कश्मीर मामले में जब मात्र 16 देशों का भी समर्थन नहीं मिला, तब ऐसे में कुरैशी ने 58 देशों के समर्थन का दावा क्यों किया था.



गौरतलब है कि हामिद मीर ने ही अखबार जियो न्यूज के उर्दू संस्करण में अपनी विशेष रिपोर्ट में कुरैशी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस झूठ को बेपर्दा किया कि कश्मीर में 'मानवाधिकार उल्लंघन' के मामले में पाकिस्तान को 58 देशों का समर्थन हासिल है. मीर ने लिखा कि पूछने पर भी पता नहीं चला कि यह देश कौन हैं और जब बीती 19 सितम्बर को इस बारे में यूएनएचआरसी में औपचारिक प्रस्ताव पेश करने का समय आया तो पाकिस्तान प्रस्ताव ही नहीं पेश कर सका जबकि इसके लिए 16 सदस्य देशों के समर्थन की ही जरूरत थी.


उन्होंने रिपोर्ट में लिखा कि इससे यह साफ हो गया कि इस मामले में सही बात नहीं कही गई थी.टीवी शो में फैसल वावडा ने इस मामले में प्रधानमंत्री इमरान खान का बचाव किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वही बयान देते हैं जिससे उन्हें संबंधित मंत्री द्वारा अवगत कराया जाता है. यह जवाब शाह महमूद कुरैशी को पाकिस्तानी राष्ट्र और कैबिनेट को देना होगा कि जब 16 देशों का भी समर्थन नहीं था तो उन्होंने 58 देशों के समर्थन का दावा क्यों किया?