UK Election Rishi Sunak : ब्रिटेन में 4 जुलाई को होने वाले आम चुनाव से पहले, प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के लिए चुनावी रास्ता लगातार मुश्किल होता जा रहा है. बता दें, कि चुनाव से पहले उनकी पार्टी के सांसदों में भगदड़ मच गई है.


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एक रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से पहले ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी के कई वरिष्ठ सांसदों ने पार्टी छोड़ना शुरू कर दिया है, जिससे पिछले कई दशकों में कंजर्वेटिव पार्टी के लिए ये सबसे खराब स्थिति बन गई है और विपक्षी लेबर पार्टी से हार का खतरा काफी ज्यादा मंडराने लगा है.


78 सांसद ने छोड़ी पार्टी  


एक रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक ऋषि सुनक की पार्टी के 78 सांसद पार्टी छोड़ चुके हैं और उन्होंने फिर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. बताया जा रहा है, कि इन सांसदों को 4 जुलाई को होने वाले इलेक्शन में बुरी तरह से हार का डर सता रहा है, इसीलिए उन्होंने चुनाव से दूरी बना ली है. लिहाजा, ऋषि सुनक की पार्टी की सत्ता में वापसी की संभावना अब काफी कम हो गई है. 


 


बड़े-बड़े नेता कर चुके पलायन 


पूर्व प्रधानमंत्री थेरेसा मे और पूर्व रक्षा मंत्री बेन वालेस जैसे दिग्गज भी चुनावी मैदान से पलायन कर चुके हैं. वहीं, सांसदों के बीच मची भगदड़ के बीच ऋषि सुनक ने चुनाव प्रचार छोड़कर 'एक दिन की छुट्टी' ली और अपने निर्वाचन क्षेत्र को छोड़कर लंदन स्थित घर जाकर अपने करीबी सलाहकारों के साथ चर्चा करने के लिए भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.


 


बताया जा रहा है, एक दिन की छुट्टी लेकर ऋषि सुनक अपने चुनाव प्रचार अभियान को रीसेट करना चाह रहे थे, जिसे ब्रिटिश पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स ने हास्यास्पद बताया है. जबकि, चुनाव अभियान से जुड़े एक संचालक ने कहा है, कि "प्रधानमंत्री आम तौर पर चुनावी घोषणा होने के पहले वीकेंड में सलाहकारों से बात करने के लिए घर पर वक्त नहीं बिताते, तो दूसरी तरफ ऐसी रिपोर्ट है, कि ऋषि सुनक के मुख्य प्रतिद्वंदी और लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर अपने चुनावी अभियान में इस मुद्दे को तूल देने वाले हैं.


 वहीं, उनका चुनावी अभियान इस बात पर केन्द्रित है, कि कंजर्वेटिव पार्टी ने कैसे देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है.