नई दिल्ली: मंगलवार तड़के बगदाद (Baghdad) में अमेरिकी दूतावास (U.S. Embassy) के पास एक रॉकेट दागा गया. समाचार एजेंसी एएफपी ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस विस्फोट में कोई भी हताहत नहीं हुआ है, लेकिन विस्फोट की आवाज दूर-दूर तक सुनी जा सकती थी. इस हमले के बाद अमेरिकी दूतावास परिसर में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं. अब तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कई हफ्तों के बाद ऐसा हुआ है जब कोई रॉकेट हाई सिक्योरिटी ज़ोन में दागा गया हो. इससे पहले अक्टूबर से अब तक इराक में अमेरिकी हितों के खिलाफ इस तरह के दो दर्जन से भी ज्यादा हमले हो चुके हैं. अमेरिका ने इन हमलों के लिए इराक के सुरक्षा बलों के बीच ईरान समर्थित गुटों को दोषी ठहराया है.


ये भी पढ़ें- कोरोना पर चीन का 'कबूलनामा', बताया- खुद नष्ट किया वायरस का सैंपल


लगातार हो रहे रॉकेट हमले, जिसकी वजह से अमेरिका, ब्रिटेन और इराकी सैनिकों ने जान गांवाई, उससे बगदाद और अमेरिका के संबंध तनावपूर्ण हुए हैं.


जनवरी में ये तनाव ज्यादा बढ़ गया था, जब अमेरिका ने बगदाद पर ड्रोन हमले में ईरानी सेना के जनरल कासिम सुलेमानी और इराकी कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस को मार डाला था.


ये भी पढ़ें- FDA की चेतावनी के बावजूद, कोरोना से बचने के लिए Hydroxychloroquine ले रहे डोनाल्ड ट्रंप


इस बीच रविवार को, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि अमेरिका 'इराक या सीरिया में नहीं रहेगा और उसे वापस जाना होगा और यकीनन उसे बाहर निकाला जाएगा.'


अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने इस साल पहले ही इराक में अपने 7,500 मजबूत फोर्स को हटा लिया है. क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से इराकी बलों को प्रशिक्षण देने में परेशानी आ रही थी. 


ये भी देखें...