कीव: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जंग (War) जारी है. इस बीच रूस ने भारत (India) के रुख की तारीफ की है. रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के प्रस्ताव पर मतदान के दौरान भारत की स्वतंत्र स्थिति की सराहना की और कहा कि वो यूक्रेन संकट पर दिल्ली के साथ बातचीत करता रहेगा.


भारत ने मतदान से किया परहेज


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बता दें कि भारत ने यूएनएससी के प्रस्ताव पर मतदान करने से परहेज किया, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले की कड़ी निंदा की गई थी, ये कहते हुए कि बातचीत ही मतभेदों और विवादों को निपटाने का एकमात्र जवाब है.


रूस के खिलाफ UNSC में प्रस्ताव


संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में अमेरिका और अल्बानिया की तरफ से रूस के खिलाफ पेश प्रस्ताव पर मतदान किया गया. ऑस्ट्रेलिया, एस्टोनिया, फिनलैंड, जॉर्जिया, जर्मनी, इटली, लिकटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, न्यूजीलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, रोमानिया और यूनाइटेड किंगडम सहित कई अन्य देशों ने इस प्रस्ताव के समर्थन में मतदान किया.


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रूस ने किया वीटो का इस्तेमाल


जबकि रूस ने यूएनएससी की बैठक की अध्यक्षता की और प्रस्ताव को वीटो कर दिया. बैठक में चीन और यूएई ने भारत के साथ भाग लिया.


एक बयान में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि मतभेद और विवादों को निपटाने का एकमात्र जवाब बातचीत है, चाहे वो इस समय कितना भी कठिन क्यों न हो?


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उन्होंने आगे कहा कि ये खेद की बात है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया. हमें इस पर वापस लौटना होगा. इन सभी कारणों से भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज करने का विकल्प चुना.


(इनपुट- आईएएनएस)


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