Russia-Ukraine War: नकल के लिए भी चाहिए अक्ल, धरी रह गई पुतिन की सारी चालाकी, अब दुनिया के सामने हो रही बेइज्जती
Russia-Ukraine War: रूस भूल गया कि वह जमीन पर जो भी करेगा, वह ऊपर अंतरिक्ष में सैटेलाइट्स से नजर आ जाएगा. हुआ भी वही. रूस की चोरी पकड़ी गई. यूक्रेनी हमले में रूस की रोस्तोव-ऑन-डॉन पनडुब्बी डूब गई थी.
Russian Submarine: कहते हैं नकल के लिए भी अक्ल चाहिए होती है. लेकिन शायद रूस यह चीज भूल गया और अब पूरी दुनिया में उसकी छीछालेदर हो रही है. कहानी कुछ ऐसी है कि रूस की एक पनडुब्बी तबाह हो गई. इसलिए रूस ने लकड़ी से ठीक वैसी ही पनडुब्बी बनवाई और उसे ब्लैक सी में अपनी फ्लीट में तैनात कर दिया ताकि किसी को पता ना चले. लेकिन यहीं रूस से गलती हो गई. रूस भूल गया कि वह जमीन पर जो भी करेगा, वह ऊपर अंतरिक्ष में सैटेलाइट्स से नजर आ जाएगा. हुआ भी वही. रूस की चोरी पकड़ी गई. यूक्रेनी हमले में रूस की रोस्तोव-ऑन-डॉन पनडुब्बी डूब गई थी. लकड़ी से जो रूस ने उसकी रेप्लिका बनवाई, वह छोटी बन गई.
रोस्तोव-ऑन-डॉन की लंबाई करीब 73.8 मीटर की थी. लेकिन लकड़ी की ये पनडुब्बी सिर्फ 56 मीटर की बनी. बस यहीं रूस की चालबाजी का THE END हो गया.
सैटेलाइट तस्वीरों से खुल गई पोल
दरअसल, जब सैटेलाइट से मिली फोटोज में लकड़ी की पनडुब्बी की जांच की गई तो यह रूस के पुराने प्रोजेक्ट 877 की अलरोसा सबमरीन से भी छोटी निकली. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने उस सबमरीन को रिपेयर प्लांट में भेजा हुआ है, जो किलेन की खाड़ी में स्थित है. वहीं इस तबाह हो चुकी पनडुब्बी की रिपेयरिंग चल रही है.
गौरतलब है कि यूक्रेन ने पिछले साल सितंबर में सेवास्तोपोल पर मिसाइलों से हमला बोला था. उस हमले में इस पनडुब्बी को भारी नुकसान पहुंचा और यह डूब गई. बाद में पुतिन सरकार ने इसे समंदर में से निकाला और फिर सूखने के लिए ड्राई डॉक पर तैनात कर दिया. बाद में इसे किलेन की खाड़ी में भेजा गया ताकि इसकी रिपेयरिंग की जा सके. बताया जा रहा है कि यह पनडुब्बी अगले साल तक रूस की सेना में शामिल हो पाएगी.
रूस के ठिकानों पर ड्रोन से हमला
दूसरी ओर, रूस के दक्षिणी हिस्से वोल्गोग्राद क्षेत्र में स्थित एक सैन्य ठिकाने पर गुरुवार को ड्रोन से हमला किया गया जिसके बाद वहां आग लग गई. वोल्गोग्राद के गवर्नर आंद्रेई बोचारोव ने सोशल मीडिया मंच ‘टेलीग्राम’ पर कहा कि मारिनोवका के इलाके में ड्रोन से हमला किए जाने के बाद एक सैन्य ठिकाने में आग लग गई, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
बोचारोव ने यह नहीं बताया कि इस ड्रोन हमले से क्या नुकसान हुआ, लेकिन रूस के कई टेलीग्राम चैनल ने बताया कि ओक्त्यबर्स्की गांव में मारिनोवका के पास स्थित सैन्य हवाई अड्डे पर ड्रोन से हमला करने की कोशिश की गई. यूक्रेन ने रूस के दक्षिणी क्षेत्र में हुए इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन रूस में यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यूक्रेन ने रूस में अपने हमले तेज कर दिए हैं. यूक्रेन ने हाल ही में रूस के कुर्स्क क्षेत्र में हमला किया और बुधवार को मॉस्को को ड्रोन से निशाना बनाने की कोशिश की गई थी. मॉस्को के महापौर ने इन हमलों को यूक्रेन के अब तक के सबसे बड़े हमले करार दिया.