Russia will give missiles to Houthi rebels: कहते हैं दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है. यही तस्वीर मिडल ईस्ट में दिखाई दे रही है. जहां इजरायल और अमेरिका के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले हूती विद्रोहियों के लिए रूस मददगार बनकर सामने आया है. खबर है कि रूस अपनी एक अत्याधुनिक क्रूज मिसाइल दे रहा है. ये खबर अमेरिका की नींद उड़ा देगी. साथ ही इजरायल को भी बेचैन कर देगी. जी हां, यूक्रेन को पश्चिमी देशों से मिल रही सैन्य मदद से बौखलाया रूस वो करने जा रहा है. जिससे सुपरपावर अमेरिका और उसके सहयोगियों की नींद उड़ी हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हूती विद्रोहियों की मदद करेगा रूस


बताया जा रहा है कि अमेरिका से गुस्से की आग में धधक रहे, रूसी राष्ट्रपति पुतिन उसे सबक सिखाने के लिए कुछ ऐसा करने वाले हैं. जो मिडल ईस्ट में अमेरिकी की मजबूत मौजूदगी के लिए खतरा बन जाएगा. दावा किया जा रहा है कि रूस यमन के हूती विद्रोहियों को पी-800 ओनिक्स क्रूज मिसाइले देने की तैयारी में है. इस संहारक हथियार को हासिल करने से हूति विद्रोहियों की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी और वो अमेरिका सहित उसके सहयोगियों के लिए बड़ा खतरा बन जाएंगे.  


देगा 800 किमी लंबी खतरनाक मिसाइलें


पी-800 ओनिक्स सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल है. जिसके कई वैरियंट हैं, जिन्हें जमीन या हवा से लॉन्च किया जा सकता है. दावा किया जाता है कि सटीक निशाना लगाने में सक्षम ये मिसाइल दुश्मन के रडार को चकमा देने की काबिलियत भी रखता है. इसकी स्पीड मैक 2.6 है यानी ये आवाज से कई गुणा तेजी से दुश्मन पर वार करता है. 3000 किलोग्राम प्रक्षेपण वजन को ढोने की क्षमता वाला ये मिसाइल 300 किलोग्राम का वारहेड ले जा सकता है और करीब 800 किलोमीटर दूर बैठे दुश्मन को खाक में मिला सकता है.


अमेरिकी युद्धपोतों को बड़ा खतरा


आशंका जताई जा रही है कि लाल सागर में लगातार अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के जहाजों को निशाना बना रहे हूती विद्रोही, इस मिसाइल ताकत को हासिल करने के बाद रेड सी में मौजूद अमेरिकी नेवी के युद्धपोतों और एयरक्राफ्ट करियर के लिए बड़ा खतरा बन जाएंगे क्योंकि पी-800 मिसाइल का सटीक निशाना उन्हें समंदर में जलसमाधि लेने पर मजबूर कर देगा.  


सीरिया- यूक्रेन में दिखा चुकी है ताकत


पी-800 ओनिक्स की ताकत दुनिया ने पहली बार तब देखी थी, जब मिडल ईस्ट में रूस ने इसका इस्तेमाल सीरियाई विद्रोहियों को कुचलने के लिए किया था. तब इसने सटीक निशाना लगाकार सीरिया की असद सरकार के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद करने वाले विद्रोहियों की कमर तोड़ दी थी. यूक्रेन युद्ध में भी रूस ने इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया है. जहां इसने 100 फीसदी सही निशाना लगाया और यूक्रेनी सैनिकों की कब्र खोद दी.