समंदर में दो बच्चों के साथ फंसी, यूरिन पीकर बच्चों को कराई फीडिंग; लेकिन...
बीच समंदर एक मां अपने दो बच्चों के साथ 4 दिन तक फंसी रही. अपने बच्चों को जिंदा रखने के लिए उसने खुद का यूरिन पिया ताकि उसके शरीर में पानी की कमी न हो और वो अपने बच्चों को दूध पिलाकर जिंदा रख सके.
कराकस (वेनेजुएला): कहते हैं कि एक मां अपने बच्चों की जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है. किसी भी हद तक जा सकती है. चाहे उसे अपनी जिंदगी दांव पर ही क्यों न लगानी पड़े वो कभी पीछे नहीं हटती. इसी बात को सच साबित करता एक मामला दक्षिण अमेरिका (South America) के वेनेजुएला (Venezuela) से सामने आया है, जहां एक मां ने अपने बच्चों की जान बचाने के लिए कुछ ऐसा किया जिसकी हर कोई तारीफ करते नहीं रुक रहा है.
बीच समंदर अचानक टूट गया शिप
द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, मामला 3 सितंबर का है जब वेनुजुएला से ला टॉर्टुगा (La Tortuga) जाने के लिए एक शिप रवाना हुआ. इस शिप पर 9 लोग सवार थे, जिसमें मैरिली चाकोन (Mariely Chacon) नाम की एक 40 वर्षीय महिला अपने पति, 6 साल के बेटे और 2 साल की बेटी के साथ शामिल थीं. इनके अलावा 25 साल की बच्चों की दाई वेरोनिका (Veronica Martinez) भी शिप पर मौजूद थी. लेकिन डेस्टिनेशन पर पहुंचने से पहले ही कैरिबियाई (Caribbean) एरिया में उनके साथ एक भयानक हादसा हुआ और तेज लहरों से टकराकर उनका शिप टूट गया.
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खुद का यूरिन पीकर बच्चों को पिलाया दूध
देखते ही देखते शिप में सवार लोग समुद्र में डूबने लगे. इसी दौरान शिप का कुछ हिस्सा और एक फ्रिज पानी में तैरता दिखा. मैरिली ने तुरंत अपने दोनों बच्चों को शिप के उस टूटे हुए हिस्से पर बैठा दिया और खुद बच्चों की दाई के साथ पानी में तैरती रही. उस वक्त तो किसी तरह मैरिली ने अपनी और बच्चों की जान बचा ली, लेकिन फिर भूख उनकी दुश्मन बन गई. बीच समुद्र में खाना मिलना नामुमकिन था. लेकिन एक मां अपने बच्चों को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती थी. इसलिए मैरिली ने जिंदा रहने के लिए अपना ही यूरिन पीना शुरू किया ताकि उसके अंदर पानी की कमी न हो और वो अपने बच्चों को स्तनपान (Breastfeeding) कराती रहे.
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पूरे 4 दिन तक चलता रहा यही सिलसिला
ऐसा करीब 4 दिन तक चलता रहा. 4 दिन बाद जब रेस्क्यू टीम वहां पहुंची तब तक मां की जान जा चुकी थी. लेकिन बच्चे और उनकी दाई जिंदा रह गए थे जिनकी हालत बेहद खराब थी. रेस्क्यू टीम ने बताया कि उनके पहुंचने के कुछ घंटे पहले ही मां की जान निर्जलीकरण (Dehydration) से चली गई थी. जबकी भीषण गर्मी में बच्चों और दाई को भी डिहाईड्रेशन हो गया था और उनका शरीर भी धूप के कारण जल चुका था. 25 साल की वैरोनिका खुद को बचाने के लिए शिप के ऊपर से गिरे फ्रिज के अंदर चली गई थी जिससे उसकी जान बच सकी, जबकि दोनों बच्चे अपनी मरी हुई मां से ही लिपटे हुए थे जब रेस्क्यू टीम ने उन्हें बचाया. बाकी लोग अभी भी लापता है और उनकी तलाश जारी है.
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