सिओल: साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग की धमकियों के आगे घुटने टेक दिए हैं. साउथ कोरिया ने किम यो जोंग की मांग के दबाव में आकर नए कानून बनाने का फैसला किया है. 


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दरअसल, साउथ कोरिया की सीमा पर नॉर्थ कोरिया विरोधी पर्चे फहराए गए. इसका किम यो जोंग ने जबरदस्त विरोध किया जिसके बाद दक्षिणी कोरिया सरकार ने कहा है कि वह कूटनीतिक उद्देश्यों और हितों को खतरे में डालने वाले विरोध प्रदर्शन करने जैसे कदमों पर बंदिश लगाने के लिए वह नए कानून लाएगी. इस बारे में द डेली मेल ने एक रिपोर्ट छापी है.


बताया गया है कि सीमा पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और नॉर्थ कोरिया छोड़कर साउथ कोरिया आए लोगों ने गुब्बारों के जरिए नॉर्थ कोरिया विरोधी पर्चे फहराए. इन पर्चों में किम के न्यूक्लियर कार्यक्रमों और मानवाधिकारों के दमन का विरोध किया गया. इसके बाद नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने साउथ कोरिया को इस बारे में आगाह किया और एक्टिविस्टों के खिलाफ कदम उठाने के लिए कहा है.


एक स्टेटमेंट में किम जो जोंग ने नॉर्थ कोरिया से साउथ कोरिया जाने वालों को 'मोंगरल डॉग्स' कहा जिन्होंने अपने गृहप्रदेश को धोखा दिया. 


स्टेटमेंट में कहा गया है कि अब समय आ गया है कि उन्हें उनकी जिम्मेदारी के बारे में बताया जाए. किम जो जोंग ने साउथ कोरिया को मिलिट्री अग्रीमेंट खत्म करने की धमकी दी. धमकाते हुए यह भी कहा गया कि नॉर्थ कोरिया दोनों देशों के बीच को सौहार्दपूर्ण संबंधों का प्रतीक लायजन ऑफिस और फैक्ट्री साइट को बंद कर देगा.


सिओल के सरकारी अधिकारी के हवाले से द डेली मेल ने कहा कि इन गुब्बारों से किसी भी भला नहीं हुआ, बल्कि नुकसान ही हुआ. साथ ही सरकार इस तरह की गतिविधियों को लेकर सख्ती अपनाएगी.


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