Taiwan News: ताइवान के नए राष्ट्रपति ने कहा है कि वह उनके देश के आसपास किए गए चीनी सैन्य अभ्यास के बावजूद बीजिंग के साथ काम करने के लिए तैयार है. लाई चिंग-ते (Lai Ching-te) के शपथ ग्रहण के तीन दिन बाद, चीनी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों ने ताइवान को घेर लिया और अभ्यास किया बारे में चीन ने कहा कि यह द्वीप पर कब्ज़ा करने की उसकी क्षमता का परीक्षण था.


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एएफपी के मुताबिक लाई ने रविवार को कहा कि वह चाहते हैं कि ताइवान और चीन 'क्षेत्रीय स्थिरता की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संयुक्त रूप से निभाएं.'


ताइपे में एक कार्यक्रम में लाई ने कहा, 'मैं चीन के साथ आदान-प्रदान और सहयोग के माध्यम से आपसी समझ और सामंजस्य को बढ़ाने, शांति और साझा  समृद्धि की स्थिति की ओर बढ़ने की भी आशा करता हूं.'


बता दें 2016 में पूर्व राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के पदभार ग्रहण करने के बाद चीन और ताइवान के बीच संचार टूट गया था. तब उन्होंने ताइवान की संप्रभुता की रक्षा करने का वचन दिया था.


लाई भी त्साई की ही डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) से आते हैं. उन्होंने इरादा चीन के साथ बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखना, द्वीप के भागीदारों - विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संबंधों को मजबूत करना और ताइवान की रक्षा क्षमताओं के निर्माण की अपनी नीतियों को बनाए रखने का है.


हालांकि चीन ने कहा कि लाई के हाल ही में दिए एक भाषण से चिढ़ा हुआ है. चिंग ते ने ताइवान पर चीन की संप्रभुता के दावों को खारिज कर दिया था. इसके बाद ही बीजिंग ने ताइवान के चारों तरफ सैन्य अभ्यास शुरू किया.


गौरतलब है कि चीन ताइवान पर अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है. बीजिंग का कहना है कि वह एक दिन ताइवान को चीन में मिला लेगा भले ही इसके लिए ताकत का उपयोग करना पड़े.