काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है. आतंकी संगठन तालिबान (Taliban) ने सुरक्षा की जिम्मेदारी हक्कानी नेटवर्क (Haqqani Network) को सौंप दी है. बता दें कि हक्कानी नेटवर्क का अलकायदा (Al-Qaeda) से संबंध है और पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) हक्कानी नेटवर्क पर सीधे कंट्रोल करती है.


हक्कानी नेटवर्क के चीफ ने की मीटिंग


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसी हफ्ते गुरुवार को अफगानिस्तान के नेशनल Reconciliation काउंसिल के चेयरमैन अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने खलील अल रहमान हक्कानी (Khalil al Rahman Haqqani) से मुलाकात की थी और काबुल (Kabul) की सुरक्षा की जिम्मेदारी हक्कानी नेटवर्क को सौंपी थी.


ये भी पढ़ें- अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने तालिबान को दी खुली चेतावनी, '...तो अंजाम भयानक होंगे'


सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ी


जान लें कि हक्कानी नेटवर्क पूरी दुनिया समेत भारत के लिए भी बड़ा खतरा है. हक्कानी नेटवर्क को काबुल की सुरक्षा मिलने से दुनियाभर की सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है. हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में भारतीय ठिकानों पर आतंकी हमले करने में पहले भी शामिल रहा है.


इस बीच अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) के भाई ने तालिबान (Taliban) का समर्थन करने का ऐलान किया है.


VIDEO



ये भी पढ़ें- तालिबान की जीत से मसूद अजहर खुश, कश्मीर को लेकर आतंकियों को दिया ये आदेश


काबुल एयरपोर्ट के बाहर फंसे 220 भारतीय


बता दें कि करीब 220 भारतीय काबुल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Kabul International Airport) के बाहर फंस गए हैं. वो पिछले करीब 6 घंटे से एयरपोर्ट में एंट्री का इंतजार कर रहे हैं. काबुल में फंसे भारतीयों को भारत वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का विमान C17 एयरपोर्ट पर मौजूद है. काबुल में फंसे भारतीय काफी डरे हुए हैं. वे जल्द से जल्द हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं.


(इनपुट- Rabinder Singh Robin)


LIVE TV