Taliban condemns US drone strike in Kabul: अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन स्ट्राइक में अलकायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को मार गिराया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने खुद जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है. लादेन की मौत आतंकी संगठन अल कायदा को सबसे बड़ा झटका है. अफगानिस्तान में अल कायदा के सरगना अल जवाहिरी के मारे जाने के बाद तालिबान (Taliban) की प्रतिक्रिया आई है और हमले की निंदा की है.


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तालिबान ने अमेरिका को लेकर कही ये बात


तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद (Taliban spokesman Zabiullah Mujahid) ने माना कि काबुल के शेरपुर इलाके में 31 जुलाई की रात एयर स्ट्राइक हुई और जांच में पता चला कि इस हमले को अमेरिकी ड्रोन के जरिये अंजाम दिया गया. अफगानिस्तान ने अमेरिकी ड्रोन अटैक की निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानून और दोहा समझौते का उल्लंघन करार दिया है.


क्या है तालिबान और अमेरिका के बीच दोहा समझौता


कतर की राजधानी दोहा में साल 2020 में अमेरिका और तालिबान के बीच एक ऐतिहासिक शांति समझौता (Doha Agreement) हुआ था, जिसके तहत अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को हटाने की प्रतिबद्धता जताई और तालिबान अमेरिकी सैनिकों पर हमले बंद करने को तैयार हुआ. इसके बाद अमेरिका ने साल 202 में अपने सभी सैनिकों को वापस बुला लिया और तालिबान ने अपने नियंत्रण वाले इलाके में अल कायदा समेत अन्य आतंकी संगठनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने की बात भी कही.


9/11 हमले के लिए जवाहिरी ने किया था विमान हाइजैक


मिस्र के डॉक्टर और सर्जन अयमान अल-जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) ने अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए हमलों के लिए 4 विमान को हाइजैक करने में मदद की थी. इसके बाद 2 विमान वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर्स से टकरा गए थे. वहीं, तीसरा विमान अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन से टकराया था, जबकि चौथा विमान शेंकविले में एक खेत में क्रैश हुआ था. इस आतंकी हमले में करीब तीन हजार लोग मारे गए थे.


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