हैदराबाद : न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में एक मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान हुई गोलीबारी के बाद से लापता, भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर का एक दिन बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया है. इंजीनियर फरहाज एहसान न्यूजीलैंड में पिछले सात वर्ष से काम कर रहे थे. वह शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं.


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एहसान की मां फातिमा ने शनिवार को कहा, ‘‘ हमें हमारे बेटे की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. हमें उसकी चिंता है.’’ हैदराबाद से सांसद एवं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘ बताया जाता है कि भारतीय मूल के फरहाज एहसान भी उसी मस्जिद में गए थे और अब लापता हैं. उनका परिवार हैदराबाद में है...मैं उनके परिवार की तत्काल मदद करने की अपील करता हूं.’’ हैदराबाद के ही रहने वाले एक अन्य भारतीय अहमद इकबाल गोलीबारी में घायल हो गए थे और उनका न्यूजीलैंड के एक अस्पताल में इलाज जारी है. उनके भाई खुर्शीद जहांगीर ने यह जानकारी दी.



खुर्शीद ने कहा, ‘‘ मैं न्यूजीलैंड का वीजा दिलाने में मदद करने के लिए सरकार का शुक्रिया करता हूं. मैं आज अपने भाई से मिलने के लिए रवाना हो रहा हूं. वह अब खतरे से बाहर हैं और ठीक हो रहे हैं.’’  इकबाल जहांगीर को सीने में गोली लगी थी. सूत्रों ने बताया कि अनाधिकारिक खबरों के अनुसार नौ भारतीय लापता हैं. कुछ संबद्ध प्रक्रियाओं के कारण, भारतीय हताहतों के बारे में आधिकारिक पुष्टि होने में समय लग सकता है.


गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के ब्रेंटन टारेंट (28) ने मध्य क्राइस्टचर्च की अल नूर मस्जिद और शहर के बाहरी हिस्से में लिनवुड मस्जिद पर गोलीबारी कर 49 लोगों की मौत के घाट उतार दिया था.