Sri Lanka crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में आपातकाल की स्थिति बनी हुई है. बदहाली से जूझ रही जनता अब सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर चुकी है. बीते सप्ताह प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर भी धावा बोल दिया. बुधवार को उग्र भीड़ श्रीलंका के संसद भवन तक पहुंच गई. श्रीलंका में जारी संकट के बीच पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने सत्तारूढ़ शासन को आड़े हाथों लिया है.


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श्रीलंका संकट पर जयसूर्या का बयान


जयसूर्या ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को जमकर लताड़ लगाई है. उन्होंने कहा कि वे इस्तीफा दे देंगे, लेकिन उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया. लोगों ने उन पर पूरा विश्वास खो दिया. जयसूर्या की यह टिप्पणी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के मालदीव भाग जाने के कुछ घंटों बाद आई है.


राष्ट्रपति पर बरसे पूर्व क्रिकेटर


उन्होंने कहा, 'लोग शुरू से ही राष्ट्रपति से इस्तीफा देने की मांग करते रहे हैं. लेकिन उन्होंने बिना इस्तीफा दिए देश छोड़ दिया और कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री को सत्ता दी. इसलिए लोग अब उन पर भरोसा नहीं करेंगे.' जयसूर्या ने राजपक्षे के देश से भाग जाने पर टिप्पणी की, 'यह एक व्यक्तिगत स्थिति है. लोगों ने उन्हें देश छोड़ने के लिए कभी नहीं कहा. उन्हें केवल इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. देश छोड़ने का यह उनका अपना निर्णय है.'


'यह एक चिंता का विषय'


जयसूर्या ने एक संभावित शक्ति शून्य के बारे में बोलते हुए कहा, 'यह एक चिंता का विषय है. हालात बहुत खराब हैं. केवल एक चीज जो हम कर सकते हैं वह यह है कि संसद के अध्यक्ष को पूर्व नेताओं, विपक्षी नेताओं सहित सभी के साथ एक योजना के साथ आने की जरूरत है ... हम व्यवस्था में काफी लोगों का अनुभव है...संविधान के अनुसार उन्हें समाधान खोजना चाहिए.'


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