Mehul Choksi को एंटीगुआ से Dominica पहुंचाने के पीछे थी ये `मिस्ट्री वुमन`? जानिए कैसे की गई प्लानिंग
क्या भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) के एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचने के पीछे एक मिस्ट्री वुमन थी? जिसने उसे सुनियोजित तरीके से जेल के सींखचों के पीछे पहुंचा दिया.
डोमिनिका: मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) ने एंटीगुआ के पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिख महिला दोस्त समेत 5 लोगों पर खुद को अगवा कर डोमिनिका (Dominica) लाने का आरोप लगाया है. चिट्ठी में मेहुल चोकसी ने कहा कि वो बारबरा को पहले से जानता था क्योंकि वो उसके घर के पास ही रहती थी. शाम की सैर के दौरान वे अक्सर मिलते रहते थे.
'वाइन पी रही थी बारबरा'
चोकसी (Mehul Choksi) ने आरोप लगाया कि 23 मई को बारबरा ने उसे अपने घर बुलाया ताकि दोनों साथ चल सकें. जब मेहुल चोकसी बारबरा के घर 5 बजे पहुंचा तो वो वाइन पी रही थी. उसने कहा कि कुछ ही मिनट में चलेंगे. तभी 8-10 पहलवान जैसे लोग बारबरा के घर में घुसे और मुझे उठा कर ले जाने लगे. उन्होंने खुद को एंटीगुआ का पुलिसकर्मी बताया और कहा कि सेंट जॉन पुलिस स्टेशन ले जा रहे है.
मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया, 'उन्हे मेरे बारे में सब जानकारी थी कि मैं कहां रहता हूं, क्या करता हूं. वे पिछले काफी समय से मुझ पर नजर रखे हुए थे. मैंने जब अपने वकील से बात करने की कोशिश की तो उसे भी मना कर दिया गया. वो सभी मुझे लगातार पीट रहे थे और टीजर का भी इस्तेमाल किया. जिसकी वजह से मेरे शरीर पर काफी चोटें आई. उन्होनें मेरी घड़ी, पैसे, फोन छीन लिये और व्हीलचेयर पर बैठाकर बांध दिया. मेरे मुंह में कपड़ा ठूंस दिया गया और चेहरा ढ़क दिया ताकि मैं कुछ देख बोल ना सकूं.'
छोटी बोट में ले जाने का आरोप
मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) के मुताबिक उसे बारबरा के घर के पीछे के दरवाजे से बोट में ले जाया गया. जिससे उसे समझ आ गया कि ये लोग उसे पुलिस स्टेशन की बजाय कहीं और लेकर जा रहे हैं. इस दौरान बारबरा ने भी चोकसी को बचाने की कोशिश नहीं की.
मेहुल चोकसी के मुताबिक बोट से ले जाने के बाद उसे बड़ी बोट में शिफ्ट कर दिया गया और फिर चाकू दिखाकर चुप रहने की धमकी दी गयी. उस बोट में दो भारतीय और तीन कैरेबियन थे. वहीं पर उन लोगों ने चौकसी को बताया कि उस पर करीब साल भर से नज़र रखी जा रही थी. उसी बोट पर एक भारतीय ने उससे देश के बाहर के बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगी, जिसके बारे में चोकसी ने मना किया.
'केस इंचार्ज से बात करवाई गई'
बोट पर ही चोकसी (Mehul Choksi) की नरेंद्र सिंह नाम के आदमी से बात करवाई गई, जिसने खुद को केस का इंचार्ज बताया. चोकसी के मुताबिक नरेंद्र ने उसे बार-बार इस पूरे मामले से दूर करने को भी कहा. करीब 15-17 घंटे बीत जाने के बाद वह बोट से डोमिनिका (Dominica) पहुंचा. वहां पर उसे बताया गया कि उसकी नागरिकता को ठीक कर भारत वापस भेज दिया जाएगा. हालांकि डोमिनिका में कोर्ट के बंद होने के कारण सब चीजें अटक गईं और उसे डोमिनिका के अधिकारिय़ों को सौंप दिया गया.
चोकसी (Mehul Choksi) ने आरोप लगाया कि उसकी जेब में रखे 1500 डॉलर भी बोट वाले को दे दिए गए. थोड़ी देर बाद गुरमीत सिंह नाम का आदमी आया और बोला कि प्लान में बदलाव है. अब उसे वापिस भेज दिया जाएगा लेकिन बाद में डोमिनिका (Dominica) पुलिस को सौंप दिया गया और बताया गया कि रेड कॉर्नर नोटिस होने के कारण पकड़ा गया. हालांकि चौकसी के मुताबिक उसे लगा कि भारतीय अधिकारी उससे पुछताछ करेंगे लेकिन उसे जेल में बंद कर दिया गया.
'कपड़े तक नहीं बदलने दिया गया'
वहां पर उसे किसी से मिलने नहीं दिया गया और कपड़े तक नहीं बदले गये. यहां तक की वकील से भी मिलने से मना कर दिया गया. चोकसी के मुताबिक दो तीन दिन बाद किसी तरह वकील से बात हो पाई. जिसके बाद अदालत में अवैध हिरासत की याचिका डाली गई. चोकसी ने एंटीगुआ के पुलिस कमिशनर को जो चिट्ठी लिखी है. उसमें बारबरा को मुख्य आरोपी बताया गया है, जिसकी वजह से वो डोमिनिका पहुंचा.
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बैंक धोखाधड़ी मामले का है आरोप
बताते चलें कि मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी (PNB Fraud Cas) का आरोप है. जांच एजेंसियों के मुताबिक इतनी बड़ी रकम हड़प कर जाने के बाद वह देश से निकल भागा. योजना के तहत उसने पहले से ही कैरेबियन देश एंटीगुआ में निवेश कर वहां की नागरिकता ले रखी थी. जिसके बाद वह आसानी से वहां पर जाकर छुप गया. तब से जांच एजेंसियां उसे भारत लाने की कोशिशों में जुटी हैं.
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