Hamas Metro In Gaza: इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है और दोनों पक्षों में से कोई भी जल्दी समाधान के लिए तैयार नहीं दिख रहा है. इसी बीच इजरायल के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वे आने वाले दिनों में गाजा में बड़ी कार्रवाई करने की योजना बना रहे हैं. इस कार्रवाई में जमीनी आक्रमण शामिल हो सकता है, जो इजरायल और हमास के बीच 12वें दिन में प्रवेश कर चुके युद्ध में एक नया मोड़ होगा. इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन वर्तमान में इजरायल दौरे पर हैं. इजरायल का मानना ​​है कि बाइडेन के जाने के बाद जमीनी कार्रवाई करने का सही समय होगा. लेकिन यह इजरायल के लिए इतना आसान नहीं होगा. उसका सबसे बड़ा कारण है कि गाजा में हमास ने ऐसी सुरंगें बनाई हैं जिसमें इजरायल फंस सकता है. और ये सुरंगे कुछ वैसी ही हैं जैसे कभी वियतनाम में अमेरिका के खिलाफ लड़ने के लिए बनाई गई थीं. 


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गाजा पट्टी की वियतनाम के साथ तुलना
दरअसल, ऐसे संकेत हैं कि इजरायल बहुत जल्द ही गाजा में जमीनी आक्रमण शुरू कर सकता है. लेकिन इजरायल के सामने सबसे बड़ी चुनौती गाजा की सुरंगें हैं, जिन्हें हमास ने बनाया है. इन सुरंगों में हमास के आतंकवादी छिपे हुए हैं, जिनकी शुरुआत और अंत कम ही लोगों को पता है. इस परिस्थिति में इजरायली सैनिकों के लिए इन सुरंगों को पार करना कठिन हो सकता है. गाजा पट्टी की वियतनाम के साथ तुलना हो रही है जहां अमेरिका ने 20 साल तक युद्ध लड़ा लेकिन जीत हासिल नहीं कर सका और वापस लौटना पड़ा. वियतनाम में भी सुरंगों का एक नेटवर्क है जिससे अमेरिकी सेना पार नहीं पा सकी थे. हमास ने गाजा पट्टी में भी सुरंगों का एक ऐसा ही जाल बिछाया है, जिससे इजरायल की सेना को परेशानी हो रही है.


गाजा पट्टी में सुरंगों का नेटवर्क
हमास ने गाजा पट्टी में सुरंगों का एक नेटवर्क बनाया हुआ है. इसका प्रमुख मकसद इजरायल सेना की नजरों से बचकर अपने मिशन को अंजाम देना है. जमीन के ऊपर हमास के लड़ाके हर वक्त इजरायल की नजरों के सामने होते हैं. ऐसे में इजरायल जब चाहे तब उनका शिकार कर लेता है, लेकिन जमीन के अंदर घुसने के बाद उनके बारे में पता लगाना काफी मुश्किल होगा. इन सुरंगों में हथियारों का भंडार, शरणार्थी शिविर और यहां तक ​​कि अस्पताल भी हैं. यहां तक कि इजरायल सेना ने सुरंग प्रणाली को नष्ट करने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन वे सफल नहीं हुए हैं.


वियतनाम युद्ध में मुंह की खाई
ये सुरंगें कुछ वैसी ही हैं जब अमेरिका ने वियतनाम युद्ध में मुंह की खाई थी. 20 साल लंबे वियतनाम युद्ध में कांग्रेस गुरिल्लाओं ने घात लगाकर अमेरिकी सेना को नुकसान पहुंचाया. इन गुरिल्ला रणनीति में सुरंगों ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. सुरंगों से वियतनाम के सैनिकों ने अमेरिकी सेना पर छिपकर हमला किया था. जबकि सुरंगों में रहने वाले सैनिकों को अमेरिकी सेना के हथियारों और बमबारी से बचाव मिलता था. इतना ही नहीं सुरंगों ने वियतनाम के सैनिकों को अमेरिकी सेना की रणनीति को भी धोखा देने में मदद की. सुरंगों का उपयोग अमेरिकी सेना को गलत दिशा में ले जाने और उन्हें घात लगाने के लिए किया गया था.


लादेन भी सुरंगों से भागा था
इसका एक और उदाहरण तब देखने को मिला था जब 9/11 के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान पर आक्रमण किया था. अमेरिका का लक्ष्य तालिबान को सत्ता से हटाना और अल-कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को पकड़ना था, अमेरिका ने कुछ ही हफ्तों में तालिबान को उखाड़ फेंका, लेकिन लादेन को पकड़ने में विफल रहा क्योंकि लादेन ने अफगानिस्तान से पाकिस्तान भागने के लिए सुरंगों का इस्तेमाल किया और सफल रहा.