Prime Minister of Britain: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर के सामने हार स्वीकार कर ली है, जबकि उनकी कंजरवेटिव पार्टी चुनावों में ऐतिहासिक हार की ओर बढ़ रही है. स्टारमर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने की राह पर हैं, अभी तक के रुझानों से पता चलता है कि लेबर पार्टी हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत के आंकड़े को पार कर गई है. 


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ऋषि सुनक रिचमंड और नॉर्थहेलर्टन सीट से चुनाव जीते
ऋषि सुनक ने करारी हार के बाद पहले संबोधन में कहा कि ब्रिटिश लोगों ने "एक गंभीर फैसला" सुनाया है और सीखने और विचार करने के लिए बहुत कुछ है. ऋषि सुनक ने भावुक होते हुए कहा, "इस कठिन रात में, मैं रिचमंड और नॉर्थलेरटन निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के प्रति उनके निरंतर समर्थन के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं. लेबर पार्टी ने इस आम चुनाव में जीत हासिल की है. मैंने सर कीर स्टारमर को उनकी जीत पर बधाई देने के लिए फोन किया है."


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देश में बदली सत्ता
उन्होंने कहा, "आज, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से सभी पक्षों की सद्भावना के साथ सत्ता बदल जाएगी. यह ऐसी चीज है जिससे हमें अपने देश की स्थिरता और भविष्य के प्रति विश्वास होना चाहिए. ब्रिटिश लोगों ने आज रात एक गंभीर फैसला सुनाया है। सीखने के लिए बहुत कुछ है और मैं इस हार की जिम्मेदारी लेता हूं."


14 साल बाद कंजरवेटिव पार्टी की करारी हार
कीर स्टार्मर के नेतृत्व में पार्टी ने 14 साल बाद कंजरवेटिव को सत्ता से बाहर कर दिया है. ब्रिटेन के 650 सदस्यों वाले निचले सदन (हाउस ऑफ कॉमन्स) में बहुमत के लिए 326 सीटें जीतना जरूरी होता है. अभी तक के रुझानों में कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी 400 के आंकड़े को छूती दिख रही है. ब्रिटेन में कीर स्टार्मर के पीएम बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है. ब्रिटेन में 14 साल बाद दूसरी पार्टी की सरकार बनने और कीर के पीएम बनने का देश की विदेश नीति पर भी असर होगा. ऐसे में खासतौर से भारत के लिए ब्रिटेन में क्या बदलेगा, ये कीर स्टार्मर के इंडिया के लिए स्टैंड से समझा जा सकता है.


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नर्स का बेटा बनेगा अब पीएम 
61 वर्षीय कीर स्टार्मर का जन्म लंदन के ऑक्सटेड शहर में हुआ था. उनके पिता टूलमेकर थे और मां एनएचएस नर्स थीं. 2015 में कीर के पहली बार सांसद बनने के कुछ दिनों के बाद ही उनकी मां का निधन हो गया था. स्टार्मर सरे के एक छोटे शहर में पले-बढ़े. कीर के दो बच्चे हैं. उनकी पत्नी विक्टोरिया राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की कर्मचारी हैं. उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. वो लेबर पार्टी की अगुआई वाली सरकार में लोक अभियोजन निदेशक (डीपीपी) भी रह चुके हैं.