UK Fake rape case: झूठ के पांव नहीं टिकते, एक झूठ चाहे 100 बार बोला जाए पर वो हमेशा झूठ ही रहता है और ये भी सच है कि बुराई पर अच्छाई की हमेशा जीत होती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है ब्रिटेन यानी यूके (UK) में जहां लगातार झूठ का खेल खेलनी वाली एक महिला को आखिरकार उसके गलत कामों की सजा मिल गई है. 


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2 पुरुषों पर 10 बार रेप का आरोप


दरअसल एसेक्स (Essex) निवासी 35 साल की कैथी रिर्डसन (Cathy Richardson) नाम की एक महिला ने 2 पुरुषों पर 10 बार रेप का आरोप लगाया था. लेकिन बाद में पुलिस की जांच में पता चला कि ये सारे आरोप झूठे थे. स्थानीय पुलिस के मुताबिक महिला के आरोपों की जांच के लिए पुलिस महकमे की कई टीमें करीब 60 बार एक्टिव हुईं. इस दौरान महिला के आरोपों की जांच के लिए फॉरेसिंक द्वारा (forensic examination) जुटाए गए सबूतों से सच का पता लगाया गया. 


सबूतों ने खोल दी झूठ की परतें


ब्रिटिश न्यूज़ वेबसाइट 'डेली मेल' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक जांच अधिकारियों ने पाया कि CCTV, फोन डेटा और स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR) कैमरों की जानकारी से पता चला कि कथित आरोपी उस समय इलाके में दूर-दूर तक नहीं दिख रहे थे. इसके बावजूद आरोप लगाने वाली महिला अपने बयान पर अड़ी हुई थी.


बेगुनाहों को बचाना भी हमारी ड्यूटी: Police


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय पुलिस ने पिछले साल 28 मई, 2021 को आरोपी महिला रिचर्डसन को गिरफ्तार करते हुए कोर्ट में पेश किया था. अब उसी झूठे मामलों में महिला को पांच साल और एक महीने जेल की कठोर कैद की सजा सुनाई गई. इस अपराध की जांच टीम को लीड कर रहे पुलिस अफसर ने कहा, ‘बेगुनाहों को बचाना भी हमारा काम है. इसलिए जब भी कोई रेप (Rape) या यौन उत्पीड़न का केस आता है, तो हमारा फोकस पीड़ित यानी आरोप लगाने वाले पर होता है. इसके बावजूद हम दूसरे पहलुओं की अनदेखी नहीं करते हैं. क्योंकि रेप वो भयानक अपराध है, जिसका पीड़ित के मन पर दिमाग पर गहरा असर पड़ता है.'