Gaza में बच्चों की जिंदगी नरक जैसी: UN chief
इजरायल-फिलिस्तीन के बीच छिड़ी जंग ने गाजा के लोगों की जिंदगी को दर-बदर कर दिया है. 50 हजार से ज्यादा लोगों को मजबूरन घर छोड़ना पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने तो यहां बच्चों की जिंदगी को नरक जैसा बताया है.
गाजा: इजरायल-हमास विवाद (Israel-Hamas conflict) के कारण फिलिस्तीन (Palestine) के गाजा (Gaza) में हो रहे हमलों को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने बहुत ही गंभीर बात कही है. उन्होंने इन हमलों के कारण इस जगह को बच्चों की जिंदगी के लिए नरक की तरह बताया है. संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को कहा है कि वह वेस्ट बैंक के हालातों को लेकर बुरी तरह चिंतित हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक इन हालातों से निपटने के लिए जो समझौते किए गए हैं वे अवैध हैं.
यह धरती का नरक
गाजा में लगातार हो रही बमबारी के चलते अब तक 200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इन मौतों पर गहरा दुख जताते हुए महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि 'यदि पृथ्वी पर कहीं नरक (Hell on earth) है, तो यह गाजा में रह रहे बच्चों के लिए है. वहां उनकी जिंदगी नरक जैसी है. इस लड़ाई ने 0 हजार से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़ने और UNRWA (फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी) के जरिए उपलब्ध कराए गए स्कूलों, मस्जिदों जैसी जगहों पर आश्रय लेने के लिए मजबूर कर दिया है, जहां पानी, भोजन, साफ-सफाई या स्वास्थ्य सेवाओं की कमी है.'
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उन्होंने कहा कि वे इन सशस्त्र संघर्षों के दौरान संयुक्त राष्ट्र की सुविधाओं को हुए नुकसान से भी बहुत दुखी हैं. यह मानवीय मदद के लिए बनाए गए हैं और इन्हें किसी भी सूरत में नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए.
फिलिस्तीन को देंगे $14 मिलियन की मदद
गुटेरेस ने यह भी कहा कि हमास और अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा इजरायल में की गई अंधाधुंध गोलीबारी से 2 बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई. साथ ही सैकड़ों लोग घायल हो गए. यह हमले भी अस्वीकार्य हैं. उन्होंने फिलिस्तीन को जल्द से जल्द मानवीय सहायता देने की भी अपील की. साथ ही कहा कि संयुक्त राष्ट्र अधिकृत फिलिस्तीनी क्षेत्रों के लिए हयूमेनिटेरियन फंड से $14 मिलियन (1 अरब रुपये से ज्यादा) जारी करेगा.
11 दिनों का संघर्ष विराम
इस बीच गाजा पट्टी में इजरायल और आतंकवादी समूहों के बीच शुक्रवार तड़के 2 बजे से संघर्ष विराम लागू हो गया है. इसके तहत गाजा पट्टी में 11 दिनों के लिए सैन्य अभियान को रोक दिया गया. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने एक बयान जारी कर कहा है कि सुरक्षा कैबिनेट ने 'बिना शर्त के संघर्ष विराम करने की मिस्त्र की पहल की सिफारिशों को सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है.' वहीं हमास के प्रवक्ता सामी अबू जुहरी ने भी इस संघर्ष विराम समझौते की पुष्टि की है.