संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित करने के भारत के प्रस्ताव पर बुधवार को चर्चा करेगी। भारत को यह प्रस्ताव पेश करने में अप्रत्याशित रूप से 175 देशों का समर्थन मिला है। तीन महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विचार रखा था।


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मसविदा प्रस्ताव में कहा गया है कि योग स्वास्थ्य के लिए के लिए समग्र पहल प्रदान करता है। मोदी ने सितंबर में महासभा के सत्र में ऐसी ही बात कही थी। इक्कीस जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के अलावा प्रस्ताव में कहा गया है कि योग के फायदे की जानकारियां फैलाना दुनियाभर में लोगों के स्वास्थ्य के हित में होगा। प्रस्ताव में सभी सदस्य देशों, पर्यवेक्षक देशों, संरा से जुड़े संगठनों, अन्य अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय निकायों से योग के फायदे के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाने की अपील की गयी है।


भारत ने यह प्रस्ताव तैयार किया है और इस विषय पर भारतीय मिशन ने अक्तूबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक अनौपचारिक परिचर्चा आयोजित की थी जिसमें अन्य प्रतिनिधियों ने इस विषय पर अपनी राय रखी थी। भारत को अपने प्रयास में भारी सफलता मिली और 193 सदस्यीय महासभा में 175 सदस्य देश नौ दिसंबर को उसके इस प्रस्ताव में सह प्रायोजक बन गए। यह अब तक संयुक्त राष्ट्र महासभा के किसी प्रस्ताव के लिए सह प्रायोजकों की सबसे बड़ी संख्या है।


योग 5,000 साल पुरानी भारतीय शारीरिक मानसिक एवं आध्यात्मिक पद्धति है जिसका लक्ष्य शरीर एवं मस्तिष्क में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।