वाशिंगटन : संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने यमन में तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया है ताकि वहां शांति वार्ता की राह बन सके और आर्थिक रूप से बदहाल इस पश्चिम एशियाई देश में सहायता पहुंचाई जा सके।


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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कल ‘नेशनल प्रेस क्लब’ में अपने संबोधन में पांच करोड़ शरणार्थियों और दूसरे विश्व युद्ध के बाद से बड़ी संख्या में विस्थापित हुए लोगों से लेकर जलवायु परिवर्तन की आसन्न समस्या सहित दुनिया के सामने मौजूद कई दुरूह चुनौतियों का जिक्र किया।


उन्होंने कहा, ‘लाखों लोग नफरत और अत्याचार का सामना कर रहे हैं तो अरबों लोग भूख और शोषण से पीड़ित हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस साल मानवीय सहायता के लिए 16 अरब डॉलर की राशि के लिए अपील की है जो कि उस राशि की पांच गुना अधिक राशि है जिसकी हमें एक दशक पहले जरूरत थी।’


बान ने घोषणा की कि वह इस माह के आखिर में पोप फ्रांसिस से मिलने और साझा चिंताओं पर चर्चा करने के लिए वेटिकन जाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पोप, राष्ट्रपति बराक ओबामा और अन्य सभी विश्व नेताओं को सितंबर में पर्यावरण की रक्षा, गरीबी से निपटने, मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने और आर्थिक विकास जैसी समस्याओं का 2030 तक हल निकालने के लिए संयुक्त राष्ट्र के नए लक्ष्य तय करने के उद्देश्य से विश्व संस्था आमंत्रित किया है।