क्या वाकई ट्रंप बदल पाएंगे मैक्सिको की खाड़ी का नाम या खोखला दावा? जानें प्रक्रिया
Gulf Of Mexico: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर `अमेरिका की खाड़ी` कर देंगे. क्या ऐसा करना आसान है?
Trump rename Gulf Of Mexico: डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं. इसके पहले उन्होंने अपना एजेंडा बताया दिया है कि वे पद संभालते ही प्राथमिकता से कौन-कौन से काम करेंगे. ट्रंप ने अपनी शपथ ग्रहण से पहले अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि वे मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर 'अमेरिका की खाड़ी' करने की कोशिश करेंगे. साथ ही कहा कि अमेरिका की खाड़ी सुनने में खूबसूरत भी लगता है. मेक्सिको से ट्रंप की नाराजगी किस हद तक बढ़ गई है कि वे खाड़ी का नाम बदलने पर आमादा हैं लेकिन ऐसा करने के लिए क्या करना होगा और यह कितना आसान है, जानिए
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मेक्सिको से है ट्रंप का पुराना बैर
ट्रंप का मेक्सिको से बैर पुराना है. अपने पहले कार्यकाल में भी ट्रंप का मेक्सिको के खिलाफ सीमा सुरक्षा और आयातित वस्तुओं पर टैरिफ लगाने सहित कई मुद्दों पर बार-बार टकराव हुआ है. यहां तक कि उन्होंने तब अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर एक दीवार बनाने की कसम खाई थी. अमेरिका ने अंततः उनके पहले कार्यकाल के दौरान लगभग 450 मील लंबी दीवार का निर्माण और नवीनीकरण भी किया.
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अमेरिका कहता है तीसरा तट
जहां तक बात मेक्सिको की खाड़ी की है तो इसे अमेरिका अपना तीसरा तट भी कहता है. अमेरिकी और मैक्सिकन इस बात पर असहमत हैं कि पानी के एक अन्य प्रमुख स्रोत को क्या कहा जाए, वह नदी जो टेक्सास और मैक्सिकन राज्यों चिहुआहुआ, कोआहुइला, नुएवो लियोन और तमाउलिपास के बीच सीमा बनाती है. अमेरिकी इसे रियो ग्रांडे कहते हैं, वहीं मेक्सिकोवासी इसे रियो ब्रावो कहते हैं.
क्या ट्रंप बदल पाएंगे मेक्सिको की खाड़ी का नाम?
मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलना ट्रंप के लिए नामुमकिन तो नहीं है. ना ही इसके लिए उसे अन्य देशों के साथ की जरूरत है. टाइम मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका और मैक्सिको दोनों ही अंतर्राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक संगठन के सदस्य हैं. यह संगठन यह सुनिश्चित करने के लिए काम करता है कि दुनिया के सभी समुद्रों, महासागरों और नौगम्य जल का समान रूप से सर्वेक्षण किया जाए. साथ ही उनमें से कुछ के नाम भी इस संगठन ने रखे हैं.
ऐसे कई उदाहरण हैं जहां देशों ने अपने स्वयं के दस्तावेजों में एक ही जल निकाय या ऐतिहासिक स्थल के अलग-अलग नाम रखे हैं. ऐसे में ट्रंप के लिए मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलना कोई बड़ा मसला नहीं है. यह काम तब और भी आसान हो जाता है जब वह जलाशय किसी देश की सीमा के भीतर हो.
ओबामा ने भी बदला था पहाड़ का नाम
2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट मैककिनले का नाम बदलकर डेनाली करने के लिए आंतरिक विभाग के एक आदेश को मंजूरी दी थी. अब ट्रंप ने कहा है कि वह ओबामा के फैसले को पलटकर इस चोटी का नाम फिर से मैककिनले करेंगे.
जॉर्जिया की प्रतिनिधि ने शुरू की तैयारी
ट्रंप द्वारा मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलने का बयान देते ही जॉर्जिया की प्रतिनिधि मार्जोरी टेलर ग्रीन ने पॉडकास्टर बेनी जॉनसन ने कहा कि वह अपने कर्मचारियों को मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलने के लिए कानून का मसौदा तैयार करने का निर्देश देंगी. यानी कि साफ है कि ट्रंप ने जो कहा है, वो करके भी दिखाएंगे.