Video of Bullet Train Female Driver in Saudi Arabia: कट्टर मुस्लिम देश सऊदी अरब अब अपनी छवि बदलने की जद्दोजहद में लगा हुआ है. किंग सलमान के राजगद्दी संभालने के बाद उसने 4 साल पहले महिलाओं के ड्राइविंग करने पर से बैन हटाया था और अब उसने नई पहल करते हुए महिलाओं को बुलेट ट्रेन चलाने का मौका देने का फैसला किया है. इसके लिए महिला ड्राइवरों के पहले बैच को देश में ट्रेनिंग दी जा रही है और जल्द ही वे बुलेट ट्रेन चलाती नजर आएंगी. 


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सऊदी रेलवेज ने दी जानकारी


सऊदी अरब रेलवेज (SAR) ने इस मिशन के बारे में जानकारी दी है. उसने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बारे में एक वीडियो भी शेयर किया है. उस वीडियो में दिख रहा है कि नकाब ओढ़े सऊदी महिलाओं का एक बैच बुलेट ट्रेन में प्रवेश कर रहा है. उसके बाद एक महिला ड्राइवर फ्रंट केबिन में बैठकर बुलेट ट्रेन (Bullet Train Female Driver in Saudi Arabia) चलाती दिखती हैं. उस महिला को पुरुष ड्राइवर ट्रेन चलाने के टिप्स देता हुआ नजर आता है. 



पहले बैच की ट्रेनिंग हुई पूरी


सऊदी रेलवेज के अनुसार देश में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 32 महिला ड्राइवरों (Bullet Train Female Driver in Saudi Arabia) का पहला बैच अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुका है. उनकी पहली पोस्टिंग मक्का और मदीना के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन में की गई है. इस रूट पर अभी बुलेट ट्रेन शुरू होने की औपचारिक घोषणा नहीं हुई है. सऊदी सरकार के ऐलान के बाद ये महिला ड्राइवर 453 किमी लंबी हाई स्पीड लाइन पर बुलेट ट्रेन चलाती नजर आएंगी. 


देश की छवि बदलने की कोशिश


बताते चलें कि सऊदी अरब (Saudi Arabia) की अर्थव्यवस्था तेल पर टिकी हुई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2040 के बाद उसकी तेल की बिक्री कम होनी शुरू हो जाएगी और 60 सालों के बाद तेल-गैस के सारे भंडार खत्म हो जाएंगे. ऐसे में सऊदी अरब के प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed Bin Salman) ने देश की अर्थव्यवस्था को डाइवर्सिफाई करने के लिए वर्ष 2016 में विजन-2030 शुरू किया था. इस विजन के तहत प्रशासन में अलग-अलग सुधार कर देश की छवि को इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली बनाया जाना है. 


महिलाओं को दिए गए कई अधिकार


क्राउन प्रिंस सलमान (Mohammed Bin Salman) ने सऊदी अरब की कट्टर छवि सुधारने के लिए पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं को भी कई अधिकार दिए हैं. उन्हें अब गाड़ी चलाने, अकेले घर से निकलने और प्राइवेट सेक्टर में काम करने की छूट है. एजुकेशन सेक्टर में भी उनकी सहभागिता तेजी से बढ़ी है. देश में पहली बार बुलेट ट्रेन चलाने के लिए उन्होंने महिलाओं को मौका देने का फैसला किया. इसके तहत बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 30 महिला ड्राइवरों की नियुक्ति निकाली गई, जिसे बाद में बढ़ाकर 32 कर दिया गया. इन 32 पदों के लिए सऊदी अरब में 28 हजार महिलाओं ने अप्लाई किया था. 


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