US presidential election 2024 vivek ramaswamy: भारत की प्रतिभा का डंका पूरी दुनिया में गूंजता है. ब्रिटेन में सुनक के पीएम बनने के बाद अब अमेरिका में किसी भारतीय मूल के प्रत्याशी के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने की बातें जोर शोर से हो रही हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रेस में दावेदारी पेश करने वाले 5 रिपब्लिकन उम्मीदवारों से दो भारतीय मूल के हैं. विजेता कौन होगा ये तो वक्त ही बताएगा. इस बीच यहां पर बात विवेक रामास्वामी की जिनकी तारीफ खुद चुनावी अखाड़े में ताल ठोक रहे डोनाल्ड ट्रंप ने की है. ट्रंप ने कहा वो यह देखकर खुश हैं कि रामास्वामी हालिया रिपब्लिकन प्राइमरी पोल, सीबीएस यूगोव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.


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चीन को दो टूक


भारतीय मूल के 37 साल के युवा रिपब्लिकन दावेदार विवेक रामास्वामी ने आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए बड़े बदलाव का वादा करते हुए चीन के खिलाफ लगातार मुखर बने हुए हैं. विवेक राष्ट्रवाद यानी मेक अमेरिका ग्रेट अगेन की थीम पर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अगर वो चुने गए तो चीनी कंपनियों के साथ बिजनेस बैन करके चीन की आंखों में आंखे डालकर उसे बैकफुट पर धकेला जाएगा. 


चीन की कस दूंगा नकेल: रामास्वामी


चीन पर निर्भरता समाप्त करने के वादे के साथ 2024 की राष्ट्रपति पद की दौड़ की शुरुआत करने वाले रामास्वामी ने कहा, 'मैं उच्च शिक्षा को मजबूत करने और चीन पर अमेरिका की आर्थिक निर्भरता को कम करने की कोशिश करूंगा. मैं नस्ल आधारित कार्रवाई को खत्म करने के साथ कुछ शिक्षक संघों पर बैन लगाना चाहता हूं. मैं एफबीआई और आईआरएस के काम करने के तरीके को बदलना चाहूंगा. इसके साथ ही चीन से सीधा मुकाबला होगा.'


सरकार की चौथी शाखा होगी बंद!


रामास्वामी ने ये भी कहा,  'ट्रंप की तुलना में मैं अमेरिका फर्स्ट एजेंडा को कहीं आगे ले जाने की इस दौड़ में हूं. अगर मैं राष्ट्रपति बना तो मैं सरकार की चौथी शाखा, प्रशासनिक राज्य को फौरन बंद कर दूंगा. इसके साथ ही मैं मैक्सिकन ड्रग कार्टेल को जल्द से जल्द दक्षिणी सीमा पर सैन्य कार्रवाई के जरिए जड़ से खत्म करूंगा.'


(US राष्ट्रपति चुनाव के लिए इतने नाम रेस में हैं...)

आपको बताते चलें कि साल 2015 में कुछ ऐसे ही वादे करके ट्रंप ने समर्थन हासिल किया था. रामास्वामी धीरे-धीरे ओपिनियन सर्वे में लगातार आगे बढ़ रहे हैं. वो न्यू हैम्पशायर में प्रभावशाली अंदाज में बढ़त बनाए हुए हैं, जो जीओपी प्राइमरी रखने वाला पहला राज्य है.


कौन हैं विवेक रामास्वामी?


केरल से अमेरिका गए दंपती के बेटे रामास्वामी का जन्म ओहियो में हुआ था. उन्होंने हार्वर्ड और येल से पढ़ाई की और बायो टेक्नॉलजी के क्षेत्र में करोड़ों रुपये कमाए. इसके बाद उन्होंने एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाई. आपको बताते चलें कि बिजनेस टाइकून, एंटरप्रेन्योर और मशहूर लेखक रामास्वामी ने खुद की दावेदारी एक बौद्धिक रूढ़िवाद के नए चेहरे के रूप में पेश की है. 


कौन दावेदार कितना रईस?


फोर्ब्स के मुताबिक रामास्वामी की नेटवर्थ 63 करोड़ डॉलर (करीब 5 हजार करोड़) है. प्रॉपर्टी के मामले में वो मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन (65 करोड़ डॉलर) से आगे हैं. हालांकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 हजार करोड़ रुपए की नेटवर्थ के साथ रामास्वामी से सीधे सीधे 4 गुना ज्यादा पैसे वाले हैं.