Yevgeny Prigozhin: रूस में असफल तख्तापलट की कोशिश के बाद के भाड़े की सेना बैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन को पहली बार बुधवार (19 जुलाई) को सार्वजनिक रूप से देखा गया. सीएनएन के अनुसार, वायरल हो रहे एक वीडियो में कथित तौर पर प्रिगोझिन जैसा दिखने वाला एक व्यक्ति बेलारूस में वैगनर सैनिकों का स्वागत करते हुए दिख रहा है.


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प्रिगोझिन जैसे दिखने वाले व्यक्ति को वीडियो में यह कहते सुना जा सकता है, ‘तुम्हारा स्वागत है! मुझे आप सभी का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है. बेलारूसी भूमि में आपका स्वागत है! हम सम्मान के साथ लड़े! हमने रूस के लिए बहुत कुछ किया है.’


 



यह क्लिप बुधवार को पहले वैगनर समर्थक टेलीग्राम चैनलों और फिर प्रिगोझिन के अकाउंट पर साझा की गई. वीडियो में एक फाइटर को कथित तौर पर उस व्यक्ति को ‘येवगेनी विक्टरोविच’ कहकर संबोधित करते हुए दिखाया गया है, जो प्रिगोझिन का पहला नाम है.


बुधवार भोर का वीडियो
सीएनएन के अनुसार, वीडियो असंपादित था, और फ़ाइल पर मेटाडेटा से पता चलता है कि इसे बुधवार को भोर में बनाया गया था. लेकिन आउटलेट निर्णायक रूप से यह दावा नहीं कर सका कि वह आदमी प्रिगोझिन था क्योंकि वीडियो कम रोशनी में फिल्माया हुआ प्रतीत हुआ.


वीडियो में प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्रालय की आलोचना करते हुए कहा कि उनका समूह अब यूक्रेन युद्ध में भाग नहीं लेगा और इसके बजाय ‘अफ्रीका की एक नई यात्रा पर निकल जाएगा.’ उन्होंने आगे कहा कि समूह यूक्रेन लौट सकता है, ‘जब हमें विश्वास हो जाएगा कि हमें खुद को और अपने अनुभव को शर्मिंदा करने के लिए नहीं कहा जाएगा.’


प्रिगोझिन ने कहा, ‘अब मोर्चे पर जो हो रहा है वह अपमानजनक है जिसमें हमें भाग लेने की आवश्यकता नहीं है. हमें उस पल का इंतजार करने की जरूरत है जब हम खुद को पूरी तरह से साबित कर सकें.  इसलिए, हमने कुछ समय के लिए यहां बेलारूस में रहने का निर्णय लिया. मुझे यकीन है कि इस दौरान हम बेलारूसी सेना को दुनिया की दूसरी सबसे महान सेना बना देंगे. और अगर जरूरत पड़ी तो हम उनका बचाव करेंगे.’


वीडियो में प्रिगोझिन ने कहा, ‘मैं हर किसी से इस तथ्य पर ध्यान देने के लिए कहना चाहता हूं कि बेलारूसवासियों ने न केवल नायक के रूप में, बल्कि भाइयों के रूप में भी हमारा स्वागत किया.


तख्तापलट की असफल कोशिश
बता दें शीर्ष रूसी रक्षा अधिकारियों के प्रति बढ़ते असंतोष के बाद 24 जून को प्रिगोझिन ने क्रेमलिन के खिलाफ तख्तापलट की घोषणा की.


भाड़े के समूह ने रूस के सबसे बड़े शहरों में से एक रोस्तोव-ऑन-डॉन पर कब्ज़ा कर लिया, लेकिन यह कहकर आगे नहीं बढ़े कि वे ‘रूसी खून बहाने’ से बचना चाहते हैं और बेलारूस में निर्वासन में रहने के लिए सहमत हुए.