WHO की चेतावनी: अभी और जानलेवा होगा Corona, बच्चों को Vaccine लगाने के बजाये Covax को दान देने की अपील
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस ने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि क्यों कुछ देश बच्चों और किशोरों का वैक्सीनेशन करना चाहते हैं, लेकिन अभी मैं उनसे अपील करता हूं कि इस पर दोबारा विचार करें और इसके बदले कोवैक्स (Covax) के लिए वैक्सीन दान देने के बारे में सोचें.
जिनेवा: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर दुनिया को चेताया है. WHO का कहना है कि महामारी का दूसरा साल अभी और जानलेवा साबित होगा. साथ ही उसने अमीर देशों से अपील की है कि बच्चों को वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने के बजाये पहले गरीब देशों को टीका उपलब्ध कराएं, ताकि कोरोना से जंग में आगे बढ़ा जा सके. बता दें, कानाडा और अमेरिका ने हाल ही में 12 से 15 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण को मंजूरी दी है, वहीं भारत (India) में भी बच्चों की वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी मिल गई है.
Ghebreyesus ने कही ये बात
WHO प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेबियस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने शुक्रवार को कहा कि महामारी का दूसरा साल पहले साल की तुलना में अधिक जानलेवा होने जा रहा है. इसलिए अमीर देशों को फिलहाल बच्चों का टीकाकरण टालकर गरीब देशों की मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मैं समझ सकता हूं कि क्यों कुछ देश बच्चों और किशोरों का टीकाकरण करना चाहते हैं, लेकिन अभी मैं उनसे अपील करता हूं कि इस पर दोबारा विचार करें और इसके बदले कोवैक्स (Covax) के लिए वैक्सीन दान करें’.
India के हाल पर जताई चिंता
भारत इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. यहां जितनी तेजी से कोरोना संक्रमण के रफ्तार पकड़ी है उसने पूरी दुनिया को हिला दिया है. WHO प्रमुख ने भारत के हाल पर बोलते हुए कहा कि भारत की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या और मौतों बढ़ रही हैं. हम सभी साझेदारों को धन्यवाद देते हैं जो इस मुश्किल दौर में भारत की मदद कर रहे हैं.
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क्या है Covax?
कोवैक्स कोरोना वैक्सीन को लेकर एक वैश्विक गठबंधन है. इसका मकसद है हर देश तक वैक्सीन पहुंचाना, ताकि कोरोना को पूरी तरह से खत्म किया जा सके. इस गठबंधन का नेतृत्व GAVI की तरफ से किया जा रहा है. GAVI एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (CEPI) और WHO का गठजोड़ है. WHO बार-बार अमीर देशों से अपील करता रहता है कि गरीब देशों को भी पर्याप्त संख्या में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए आगे आएं.