Bitcoin Founder's Identity Secret: बिटक्‍वाइन (Bitcoin) का असली निर्माता कौन है, इस पर यूनाइटेड किंगडम में एक बड़ा टकराव चल रहा है. वर्षों से क्रेग राइट नाम के एक ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक यह दावा करते रहे हैं कि वही रहस्यमय सातोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto) है. यह दरअसल एक छद्दम नाम है जो कि बिटक्‍वाइन के 2008 के श्वेत पत्र के लेखक के तौर पर दिया गया था.


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हालांकि राइट अपने दावों को कभी साबित नहीं कर पाए और इस बात पर बहस चलती रही कि बिटक्‍वाइन को बनाने वाला कौन है.


अब, जैक डोर्सी (Jack Dorsey) की कंपनी ब्लॉक और कॉइनबेस के समर्थन से क्रिप्टो ओपन पेटेंट एलायंस (कोपा) नामक एक ग्रुप राइट को अदालत में चुनौती देने जा रहा है. वे चाहते हैं कि जज यह कहे कि राइट आधिकारिक तौर पर नाकामोटो नहीं है।


केस की आवश्यकता क्यों पड़ी
दरअसल पिछले कुछ वर्षों में राइट के दावों और उनको लेकर पैदा हुए व्यापक संदेह के कारण कई कानूनी टकराव हुए हैं।


कोपा को उम्मीद है कि इस केस के जरिए राइट को उन लोगों को चुनौती देने से रोका जा सकेगा जो बिटक्‍वाइन से जुड़े प्रोजेक्ट को डेवलप करने में लगे हैं. यह मुकदमा लगभग एक महीने तक चलने की उम्मीद है और यह इंग्लैंड और वेल्स के हाई कोर्ट में चलेगा.


द गार्जियन ने कोपा के प्रवक्ता के हवाले से कहा कि यह मामला 'निर्णायक रूप से दिखाएगा कि डॉ राइट सातोशी नाकामोटो नहीं हैं और फिर वह डेवलपर्स को धमकी देना जारी नहीं रख पाएंगे.'


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राइट ने पिछले महीने मामले को निपटाने की पेशकश की थी, लेकिन कोपा ने उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया.


नाकामोटो कौन है?
बिटक्‍वाइन के निर्माता, जिसे नाकामोटो के नाम से जाना जाता है, ने 2008 में एक पेपर प्रकाशित किया जो क्रिप्टोकरेंसी का आधार बन गया. नाकामोटो पहले बिटक्‍वाइन यूजर्स के साथ बातचीत करता था लेकिन 2011 में गायब हो गया. तब से, लोग अनुमान लगा रहे हैं कि नाकामोटो कौन है।


इस बीच राइट 2016 में इस दावे के साथ सामने आए कि वही नाकामोटो है. लेकिन वह इसे साबित नहीं कर पाए क्योंकि उन्होंने नाकामोटो बनाए गए मूल बिटक्‍वाइन तक पहुंचने के लिए जरूरी प्राइवेट की नहीं दिखाई.