Gulf of Aden: अदन की खाड़ी में शुक्रवार देर शाम एक जहाज को निशाना बनाकर दो मिसाइल दागी गईं, जो पास के जल क्षेत्र में गिरीं. प्राधिकारियों ने इस हमले के पीछे यमन के हूती विद्रोहियों का हाथ होने का शक जताया है.


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ब्रिटिश सेना के ‘यूनाइटेड किंगडम मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशंस’ (UKMTO) केंद्र ने बताया कि शुक्रवार को किए गए हमले के दौरान दो मिसाइल अदन से करीब 240 किलोमीटर पूर्व में जहाज के पास गिरीं.


UKMTO ने बताया कि जहाज ने सूचित किया है कि चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं. मामले की जांच की जा रही है.


हूती विद्रोहियों विस्फोटकों से किया तेल टैंकर में ब्लास्ट
इस हमले से पहले हूती विद्रोहियों ने यूनान के झंडे वाले एक तेल टैंकर में घुसकर उसमें विस्फोटक रखे थे, जिससे बाद में उसमें कई विस्फोट हुए थे. टैंकर में विस्फोट से लाल सागर में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव का खतरा पैदा हो गया है.


हूती विद्रोहियों की तरफ से पिछले कुछ समय में जहाजों को निशाना बनाकर किए गए हमलों से एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर के उस सामान की सप्लाई बाधित हुई है, जो इजराइल-हमास युद्ध के मद्देनजर हर साल गाजा पट्टी में लाल सागर के जरिए भेजा जाता है.


इस बीच, अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ने शनिवार को कहा कि उसने यमन में हूती नियंत्रित क्षेत्र में दो ड्रोन नष्ट कर दिए.


(इनपुट एजेंसी)


(प्रतीकात्मक फोटो)