US charges alleged Iranian plot to kill: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव से पहले मार देने का प्लान बना था. अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को एक बहुत बड़ा खुलासा किया. ट्रंप को मारने की साजिश के पीछे ईरान को बताया गया है. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हत्या की असफल योजना बनाने के आरोपी अफगान व्यक्ति फरहाद शकेरी को बताया गया है. जानें पूरी कुंडली


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

फरहाद शकेरी पर क्या लगा आरोप?
अमेरिकी सरकार ने डोनाल्ड ट्रंप के अगले राष्ट्रपति चुने जाने से पहले उनकी हत्या की ईरानी साजिश के सिलसिले में एक अफगान नागरिक के खिलाफ आरोप लगाए हैं. न्याय विभाग ने शुक्रवार को 51 वर्षीय फरहाद शकेरी के खिलाफ अभियोग पत्र जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसे ट्रंप की हत्या के लिए "योजना प्रदान करने" का काम सौंपा गया था.


कौन है फरजाद शकेरी?
अमेरिका अभियोक्ताओं का कहना है कि शकेरी एक अफगान नागरिक है जो बचपन में अमेरिका आया था. डकैती के आरोप में 14 साल जेल में बिताने के बाद उसे  2008 के आसपास निर्वासित कर दिया गया था. हालांकि, FBI ने उसके देश में आने के साल और उसके निवास का खुलासा नहीं किया है. अभियोग के अनुसार, वह अमेरिका में जेल में रहने के दौरान अपने सहयोगियों से मिला था.


ईरान ने रची थी साजिश 
अमेरिकी सरकार ने कहा कि शकेरी को गिरफ्तार नहीं किया गया है और माना जाता है कि वह ईरान में है. मैनहट्टन कोर्ट में दायर एक आपराधिक शिकायत में अभियोजकों ने आरोप लगाया है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी ने सितंबर में शकेरी को ट्रंप की निगरानी करने और उन्हें मारने की योजना तैयार करने का निर्देश दिया था.


इस मामले में 2 लोगों की गिरफ्तारी
न्याय विभाग ने दो अन्य लोगों पर भी आरोप लगाया है, जिन्हें कथित तौर पर एक अमेरिकी पत्रकार की हत्या के लिए भर्ती किया गया था, जो पत्रकार ईरान का मुखर आलोचक है.  न्याय विभाग ने अन्य व्यक्तियों की पहचान ब्रुकलिन के 49 वर्षीय कार्लिस्ले रिवेरा, जिन्हें "पॉप" के नाम से भी जाना जाता है, और स्टेटन द्वीप के 36 वर्षीय जोनाथन लोडहोल्ट के रूप में की है.अभियोक्ताओं ने आरोप लगाया कि शकेरी ने रिवेरा और लोडहोल्ट को अमेरिकी पत्रकार की हत्या के लिए 100,000 डॉलर देने का वादा किया था, जिन्होंने ईरानी शासन के मानवाधिकारों के हनन और भ्रष्टाचार पर रिपोर्ट की थी.