Sophie Gregoire News: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पत्नी सोफी ग्रेगोइरे ट्रूडो 18 साल की शादी के बाद अलग हो रहे हैं. यह अप्रत्याशित घोषणा बुधवार को हुई. कपल ने अंग्रेजी और फ्रेंच दोनों भाषाओं में प्रकाशित अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से यह घोषणा की. उन्होंने कहा, 'कई सार्थक और कठिन बातचीत के बाद हमने अलग होने का फैसला किया है.'


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दोनों की तरफ से बयान में कहा गया, ‘हमारे बच्चों की भलाई के लिए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप हमारी और उनकी निजता का सम्मान करें.’ ट्रूडो (51) और सोफी (48) ने मई 2005 में शादी की थी और उनके तीन बच्चे हैं- जेवियर, (15), एला-ग्रेस ( 14) और हैड्रियन (9).


कौन हैं सोफी ग्रेगोइरे ट्रूडो
सोफी और ट्रूडो की प्रेम कहानी दो उभरती हुई कनाडाई हस्तियों, एक प्रतिष्ठित पूर्व पीएम के महत्वाकांक्षी बेटे और क्यूबेक में एक ग्लैमरस टेलीविजन होस्ट की दास्तान है.


जस्टिन ट्रूडो के संस्मरण 'कॉमन ग्राउंड' के मुताबिक  इस कपल ने 2003 में डेटिंग शुरू की. उन्होंने 2004 में सगाई कर ली और 2005 में मॉन्ट्रियल के सैंट-मेडेलीन डी'आउटरेमोंट चर्च में शादी के बंधन में बंध गए.


सोफी भी ट्रूडो की तरह अपने करियर को लेकर महत्वाकांक्षी थीं. उन्होंने सबसे पहले एक विज्ञापन फर्म में रिसेप्शनिस्ट और सहायक के रूप में काम करना शुरू किया. जुनून और प्रतिबद्धता के साथ, सोफी धीरे-धीरे करियर की सीढ़ियां पर चढ़ गई. उन्होंने विज्ञापन, जनसंपर्क और बिक्री के विभिन्न क्षेत्रों में काम किया.


सोफी का करियर
तीन साल तक सेल्स में काम करने के बाद, सोफी ने रेडियो और टेलीविज़न स्कूल में जाने का फैसला किया. वहां अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने एक न्यूज़ रूम में अपनी पहली नौकरी के साथ मीडिया की दुनिया में प्रवेश किया, जहां वह न्यूज टिकर लिखती थीं.


संस्कृति, कला और फिल्मों की प्रेमी, सोफी को जब क्यूबेक टेलीविजन स्टेशन एलसीएन में एक एंटरटेनमेंट रिपोर्टर के लिए नौकरी के बारे में पता चला, तो उन्होंन आवेदन किया और पद प्राप्त करने में सफल रही.


2005 में ट्रूडो से शादी करने के बाद भी, सोफी का कनाडाई समाज में एक प्रमुख स्थान बना रहा. उन्होंने  महिलाओं के अधिकारों और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के लिए सक्रिय रूप से काम किया. वह विभिन्न धर्मार्थ संगठनों के संरक्षक के रूप में भी काम करती हैं.


ट्रूडो ने स्वयं खुले तौर पर अपनी प्रगतिशील मान्यताओं को आकार देने में अपनी पत्नी की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया है. इसमें लिंग-संतुलित कैबिनेट की नियुक्ति और कनाडा की विदेश नीति में महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने जैसे कार्यों के माध्यम से लैंगिक समानता की वकालत करना शामिल है.