अनाथ हुआ हमास, सामने चुनौतियों का पहाड़; सिनवार के भाई समेत सुप्रीम कमांडर की रेस में ये नेता
Hamas News: चौंकाने वाली बात यह भी है कि विशेषज्ञों का मानना है कि सिनवार की मौत के बाद गाजा पट्टी में युद्धविराम की संभावनाएं अब तेज हो सकती हैं. फिलहाल गाजा में हमास का नेतृत्व कतर में स्थित खलील अल-हय्या ने संभाला है लेकिन सुप्रीम लीडर को लेकर उठापटक तेज हो गई है.
Israel Hamas Gaza War: उग्रवादी संगठन हमास के सुप्रीम लीडर याह्या सिनवार का अंत हो चुका है. अब इसके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है कि आखिर कौन हमास की कमान संभालेगा. यह तीन महीनों में दूसरी बार है जब हमास ने अपने शीर्ष नेता को खोया है. इससे पहले जुलाई में इस्माइल हनिया की ईरान में हत्या कर दी गई थी. अब हमास अपने नए नेता के चयन पर विचार कर रहा है. लेकिन उसके सामने चुनौती भी है. इस दौरान उसे अपने प्रमुख समर्थक ईरान और कतर के हितों का ध्यान रखना होगा.
नया राजनीतिक नेता चुनेगा हमास
असल में मिडिल ईस्ट से जुड़ी इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास की पोलित ब्यूरो के मुख्य पद के उम्मीदवार कतर में ही रहते हैं. लेकिन हमास संभवतः गाजा के बाहर से ही एक नया राजनीतिक नेता चुनेगा. यह भी चर्चा है कि याह्या सिनवार के भाई मोहम्मद सिनवार को ही गाजा में इजरायल के खिलाफ चल रहे युद्ध की कमान मिल सकती है. वैसे कुछ अन्य नामों पर भी चर्चा चल रही है.
मोहम्मद सिनवार का भी नाम चल रहा
सिनवार के संभावित उत्तराधिकारी को लेकर जो नाम चल रहे हैं उनमें एक नहीं बल्कि कई नाम हैं. इनमें खलील अल-हय्या, खालिद मिशाल, मोहम्मद दरविश और सिनवार के भाई मोहम्मद सिनवार का भी नाम चल रहा है. आइए जानते यहीं कि ये लोग कौन हैं और फिलहाल हमास के साथ किन पदों पर हैं और क्या कर रहे हैं.
खलील अल-हय्या: सिनवार के डिप्टी और हमास के प्रमुख वार्ताकार, जो ईरान के साथ नजदीकी संबंधों और अपनी सख्त नीति के लिए जाने जाते हैं.
खालिद मिशाल: हमास के पूर्व नेता, जिन्हें ईरान के साथ पुराने विवादों के कारण थोड़ा उदार माना जाता है.
मोहम्मद दरविश: शूरा काउंसिल के अध्यक्ष, जो अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध हैं लेकिन शीर्ष पद के लिए संभावित उम्मीदवार हैं.
चौंकाने वाली बात यह भी है कि विशेषज्ञों का मानना है कि सिनवार की मौत के बाद गाजा पट्टी में युद्धविराम की संभावनाएं अब तेज हो सकती हैं. लेकिन भविष्य में युद्धविराम वार्ताओं में अपने प्रमुख मांगों जैसे इजरायली सेनाओं की वापसी पर कायम रहेगा, हालांकि कैदियों की अदला-बदली जैसी कुछ शर्तों पर लचीलापन दिख सकता है.
चयन शूरा काउंसिल द्वारा किया जाएगा
हमास के नए नेता का चयन शूरा काउंसिल द्वारा किया जाएगा, जो गाजा, वेस्ट बैंक, इजरायली जेलों और फिलिस्तीनी प्रवासियों के सदस्यों के हितों को ध्यान में रखेगा. इजरायल के एक साल से अधिक के हमलों के बाद हमास के हजारों लड़ाकों और कमांडर नेताओं की मौत हो चुकी है, यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह संगठन इस नए झटके से कैसे उभरेगा. फिलहाल गाजा में हमास का नेतृत्व कतर में स्थित खलील अल-हय्या ने संभाला है लेकिन सुप्रीम लीडर को लेकर उठापटक तेज हो गई है.