World News in Hindi: ऑस्ट्रिया में जिस घर में 1889 में एडॉल्फ हिटलर का जन्म हुआ था, उस घर को पुलिस स्टेशन में बदला जाएगा. नाजी तानाशाह का महिमामंडन करने वाले लोगों के लिए यह घर एक तीर्थ स्थल न बने, इसके लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2 अक्टूबर से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है.


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रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को 2026 की शुरुआत में इस परिसर का कब्जा मिल सकता है. जर्मनी के साथ ऑस्ट्रिया की सीमा पर स्थित एक शहर ब्रौनौ एम इन की इस इमारत के भविष्य पर फैसला 2019 के अंत में किया गया था.


घर के स्वामित्व को लेकर चली लंबी लड़ाई
इससे पहले पहले घर के स्वामित्व को लेकर वर्षों तक इधर-उधर की लड़ाई चली. यह प्रश्न 2017 में हल हो गया जब ऑस्ट्रिया की सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि सरकार के पास इमारत को ज़ब्त करने का अधिकार है. बता दें इमारत के मालिक ने इसे बेचने से इनकार कर दिया था.


इस इमारत का दुरुपयोग रोकने के लिए इसे 1972 में ऑस्ट्रिया के आंतरिक मंत्रालय द्वारा किराए पर लिया गया था और विभिन्न धर्मार्थ संगठनों को किराए पर दे दिया गया था. 2011 में विकलांग वयस्कों के लिए एक देखभाल केंद्र के चले जाने के बाद यह खाली पड़ा रहा.


रिपोर्ट के मुताबिक घर के बाहर एक स्मारक पत्थर अभी भी लगा हुआ है जिस पर लिखा है, 'स्वतंत्रता, लोकतंत्र और आज़ादी के लिए, लाखों मारे गए लोग हमें याद दिलाते हैं-फासीवाद फिर कभी नहीं...'


योजना को लेकर सरकार और आलोचकों की दलीलें
ऑस्ट्रियाई सरकार का तर्क है कि नागरिक स्वतंत्रता के संरक्षक के रूप में पुलिस का आना इमारत के लिए सबसे अच्छा उपयोग है. लेकिन इस योजना की आलोचना भी हुई है.


रिपोर्ट के मुताबिक इतिहासकार फ़्लोरियन कोटैंको ने आलोचना करते हुए इसे, 'ऐतिहासिक संदर्भीकरण का पूर्ण अभाव' बताया. उन्होंने सुझाव दिया था नाजी शासन के तहत यहूदियों को बचाने वाले लोगों पर एक प्रदर्शनी इमारत में दिखाई जानी चाहिए.