Flight Cancellations UK: कोरोना काल के बाद वर्क फ्रॉम होम कल्चर खूब आया. इसके फायदे भी हुए और नुकसान भी हुए. इसी कड़ी में ब्रिटेन में अगस्त 2023 के बैंक हॉलिडे वीकेंड के दौरान एक बड़ी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में अब जाकर एक खुलासा हुआ है. इस गड़बड़ी के चलते 7 लाख हवाई यात्रियों की उड़ान प्रभावित हुई थीं. बताया गया कि यह समस्या एक करप्ट फाइल के कारण फ्लाइट प्रोसेसिंग सिस्टम के फेल होने से शुरू हुई, लेकिन इसका असल कारण एक वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मी की वजह से हुआ. 


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असल में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय जब सिस्टम में समस्या आई, तो एक सीनियर इंजीनियर का घर से काम कर रहा था. इस दौरान पासवर्ड ऑथेंटिकेशन में दिक्कत आई, और इसके चलते समस्या का समाधान समय पर नहीं हो सका. फिर यात्रियों को घंटों तक हवाई अड्डों पर फंसे रहना पड़ा और उड़ानों की समय-सारणी बुरी तरह से प्रभावित हुई.


टेक्निकल गड़बड़ी ने 7 लाख यात्रियों की उड़ानों में मचाई थी अफरातफरी
फिर हुआ यह था कि इस तकनीकी गड़बड़ी के कारण करीब 7 लाख हवाई यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. यह समस्या तब शुरू हुई जब एक करप्ट फाइल के कारण फ्लाइट प्रोसेसिंग सिस्टम फेल हो गया, जिससे सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं. यात्रियों को कई घंटों तक हवाई अड्डों पर फंसे रहना पड़ा, जिससे यात्रियों को बड़ी असुविधा हुई.


यह गड़बड़ी 28 अगस्त 2023 की सुबह शुरू हुई और देशभर में उड़ानें रद्द कर दी गईं. नेशनल एयर ट्रैफिक सर्विसेज (NATS) ने उस दिन एक लेवल-2 इंजीनियर को ऑन-कॉल रखा था, लेकिन वह मौके पर मौजूद नहीं था, जबकि यह एक बेहद व्यस्त यात्रा का दिन था. लेवल-1 इंजीनियर, जो NATS के स्वानविक सुविधा स्थल पर था, ने तुरंत समस्या की जांच शुरू की, लेकिन उसे समस्या का समाधान करने में कठिनाई हुई.


देशभर में उड़ानें रद्द कर दी


प्रमुख तकनीकी सपोर्ट इंजीनियर घर से काम कर रहा था, उसने सिस्टम में लॉग इन करने की कोशिश की, लेकिन पासवर्ड ऑथेंटिकेशन में दिक्कत के कारण उसे काफी देर हो गई. इसे ठीक करने में डेढ़ घंटे का समय लगा, लेकिन तब तक समस्या और भी बढ़ चुकी थी. इस गड़बड़ी को पूरी तरह से ठीक करने में करीब चार घंटे लगे, लेकिन तब तक हजारों उड़ानों की समय-सारणी बिगड़ चुकी थी.


ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना के बाद, सिविल एविएशन अथॉरिटी CAA ने जांच की और 48 नई नीतियों की सिफारिश की. इनमें प्रमुख सिफारिश यह है कि व्यस्त दिनों में वरिष्ठ इंजीनियरों को ऑन-साइट रहना चाहिए, भले ही वर्क फ्रॉम होम का विकल्प मौजूद हो, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके.