Japan News: जापान के उप-चुनावों में कई नए चेहरे राष्ट्रीय सुर्खियां बने हुए हैं. उनकी मौजूदगी को उनके समर्थकों ने देश राजनीति में एक स्वागत योग्य बदलाव के रूप में देख रहे हैं. अंतर-संसदीय संघ के आंकड़ों के अनुसार, जापान की संसद के अधिकांश सदस्य 50 से 70 वर्ष की आयु के हैं - और 75% पुरुष हैं.


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जापानी पब्लिक ब्रॉडकास्टर एनएचके के अनुसार, रयोसुके ताकाशिमा काफी सुर्खियां बटोर रहे हैं,  जो 26 साल की उम्र में जापान के सबसे कम उम्र के महापौर हैं. उन्होंने पिछले साल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रैजुएट की उपाधि प्राप्त की, जहां उन्होंने पर्यावरण इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की.


मेरे पास राजनीति का कोई अनुभव नहीं
एनएचके के अनुसार ताकाशिमा ने मीडिया से कहा, ‘युवा होने के नाते, मुझे लगता है कि यह संभावना है कि नागरिक मेरे करीब महसूस करेंगे. क्योंकि मेरे पास राजनीति का कोई अनुभव नहीं है, मैं जो नहीं समझता, उसके बारे में पूछ सकता हूं, विभिन्न चीजें सीख सकता हूं, और मैं उन्हें अपनी दृष्टि में प्रतिबिंबित करना चाहता हूं.’


एनएचके ने बताया कि देश के पिछले सबसे कम उम्र के मेयर कोटरो शिशिदा थे, जिन्हें 1994 में 27 साल की उम्र में चुना गया था.


तकाशिमा ने अधिक पब्लिक पेल्स और पार्क बनाने के साथ-साथ शिक्षा, चाइल्डकेयर और यूथ हेल्थकेयर में सुधार का वादा करते हुए ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर की योजना का अभियान चलाया था. वह 1 मई से ह्योगो प्रान्त में आशिया शहर के मेयर के रूप में काम शुरू करेंगे.


एक यू ट्यूबर की हो रही है चर्चा
इसके अलावा 26 वर्षीय यू ट्यूबर भी चर्चा में हैं जिन्होंने Hiratsuka City Council के लिए अपने आधिकारिक नाम  शिन द हिरातसुका यू ट्यूबर (Shin the Hiratsuka YouTuber) के तहत अभियान चलाया और उन्हें सफलता भी मिली.


3 साल के बेटे के एकल पिता के रूप में, उन्होंने अपने चुनाव अभियान के दौरान चाइल्डकेयर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया. इसके अलावा माता-पिता के लिए अधिक समर्थन और वर्क-लाइफ बैलेंस की जरुरत पर जोर दिया. साथ ही साथ बुजुर्गों के समर्थन की बात कही, क्योंकि जापान की आबादी का बड़ा हिस्सा उम्रदराज हो रहा है.


इसके अलावा 25 साल की अयाका नासुनो भी चर्चा में हैं. जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में कावासाकी सिटी काउंसिल के लिए सबसे ज्यादा वोट हासिल करने के बाद अपनी राजनीतिक पारी शुरू की.    


अरफिया एरी बनी एक हाई-प्रोफाइल नाम
इस चुनावी मौसम में एक और हाई-प्रोफाइल नाम 34 वर्षीय अरफिया एरी का है, जिनके माता-पिता उइगर और उज़्बेक हैं, और जिन्होंने महिलाओं के अधिक अधिकारों और लैंगिक समानता की वकालत की है. विश्व उइगर कांग्रेस के अनुसार, जापान के निचले सदन में चुने जाने के साथ, एरी दुनिया की किसी भी संसद के लिए चुनी जाने वाली उइगर समुदाय की पहली महिला हैं, जिसने उनकी जीत को उइगर जापानी समुदाय और वैश्विक उइगर डायस्पोरा के लिए महत्वपूर्ण बताया.


उइगर जातीय समूह बड़े पैमाने पर चीन के पश्चिमी झिंजियांग क्षेत्र में रहता है. बीजिंग पर उइगरों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगता रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने पिछले सितंबर में एक रिपोर्ट में इन कार्रवाइयों को मानवता के ‘खिलाफ अपराध’ कहा है.


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