नई दिल्लीः Aaj Ka Panchang: आज रविवार है. आज भगवान सूर्य की आराधना का दिन माना जाता है. आज तांबे के लोटे से उगते सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. प्रतिदिन सूर्य को जल देने से जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है. ऊर्जा का संचार बढ़ता है. परोपकार की भावना जागती है. 


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सूर्य को नियमित अर्घ्य देना चाहिए
नियमित सूर्य को अर्घ्य देने वाले जातक को सूर्य के द्वारा एक शक्ति प्राप्त होती है, जिससे वह परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम होता है. इसलिए शास्त्रों से सूर्य को अर्घ्य का महत्व दर्शाया गया है. रविवार को सूर्य को अर्घ्य देने का विशेष महत्व है. जातक की कुंडली में सूर्य की दशा मजबूत होती है.


इस सृष्टि को ऊर्जा प्रदान करता है सूर्य
सूर्य ही इस सृष्टि को ऊर्जा प्रदान करता है. सूर्य ग्रह ही अन्य ग्रहों को अस्त करता है. मतलब नक्षत्र में सूर्य के बिना किसी ग्रह का अस्तित्व नहीं है. सूर्य के बिना आप इस नक्षत्र की कल्पना नहीं कर सकते हैं. जीवन में कई ऐसे घटनाएं घटती हैं, जिसका कारक सूर्य है.


आज का पंचांग
आषाढ़ - कृष्ण पक्ष - षष्ठी तिथि - रविवार 
नक्षत्र - धनिष्ठा नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - विष्कुम्भ योग 
चन्द्रमा का कुंभ राशि पर संचरण


आज का शुभ मुहूर्त - रवि योग 5.55 बजे से 23.55 बजे तक
राहु काल - 05.30 बजे से 07.11 बजे तक


गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
नदी किनारे सूर्यास्त से पहले बालू से या बलथर मिट्टी से तीन पिंड बनायें. तीनों पिंड को सिंदुर का तिलक कर उस पर अक्षत और पुष्प चढ़ायें और तीनों के थोड़ा-थोड़ा मिष्ठान रख दीजिए. उन सभी पिंड में ऊपर एक-एक लोहे की कील को गाड़ते हुए अपनी मनोकामना का स्मरण करें. पिंड को यथावत उसी रूप में छोड़ दीजिए. इसे नदी में प्रवाहित आप खुद नहीं करें. लौटते समय मुड़कर न देखिए.


 



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