बिहार के इस मंदिर में एक-दूसरे से बात करती हैं देवी की मूर्तियां, वैज्ञानिक भी रह गए थे दंग
बिहार के बक्सर में एक अद्भुत मंदिर है जहां की एक कथा लोगों को आश्चर्यचकित कर देती है. यदि आप मंदिरों की यात्रा करना पसंद करते हैं, तो बक्सर में राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर आपके लिए है. आइए जानते हैं, इस मंदिर के बारे में:
नई दिल्ली: दुनिया में ऐसे बहुत से मंदिर हैं, जो अपने किसी ना किसी रहस्य के लिए जाने जाते हैं. इसी तरह बिहार के बक्सर में एक अद्भुत मंदिर है. आप मंदिरों की यात्रा करना पसंद करते हैं तो बक्सर में राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी देवी का मंदिर आपके लिए है. इस मंदिर ने इंसानों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. ऐसा कहा जाता है कि करीब 400 साल पहले भवानी मिश्रा नामक एक तांत्रिक ने देवी राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी और कई अन्य देवताओं का मंदिर बनाने के लिए एक स्थान चुना था. इस मंदिर में वैदिक और तांत्रिक विधि से पूजा की जाती है.
इस मंदिर की प्रमुख देवी ललिता त्रिपुर सुंदरी हैं, लेकिन भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, मातंगी और कमला के साथ-साथ कई अन्य देवताओं की भी पूजा की जाती है. आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में:
करीब 400 साल पुराना है ये मंदिर
राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर करीब 400 साल पुराना है. यह मंदिर बहुत मशहूर है और मान्यता है कि यहां साधकों की हर मनोकामना पूरी होती है. इस वजह से तांत्रिकों की इस मंदिर के प्रति आस्था है. ऐसा कहा जाता है कि राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी मंदिर में मूर्तियां आपस में बातें करती हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि आधी रात में जब चारों ओर सन्नाटा पसर जाता है तब यहां किसी के बोलने की आवाजें सुनाई देती हैं. यहां से उस वक्त गुजरने वाले लोग इस आवाज को सुन सकते हैं.
वैज्ञानिकों की टीम भी गई थी यहां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस रहस्य को सुलझाने के लिए यहां रिसर्च के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम भी गई. वैज्ञानिकों ने देखा कि अंदर किसी आदमी के न होने के बावजूद यहां कुछ शब्द गूंजते रहते हैं. इस आवाज को सभी ने महसूस किया और सुनकर सभी दंग रह गए.
यहां आशीर्वाद लेने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लोग खड़े रहते हैं, जो देवी के प्रति उनकी असीम भक्ति को दर्शाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)