नई दिल्ली: Shivling: देवा के देव महादेव की पूजा-अर्चना करने से पहले कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. कहा जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन पर आप जो वस्तुएं चढ़ाते हैं तो देवों के देव शिवशंकर भोलेनाथ अपने भक्तों के मन की बात बहुत ही जल्द सुनते हैं. पर क्या आपको मालूम है कि लेकिन कुछ चीजें गलती से भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाई जाती हैं. आइये जानते हैं कि शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाएं.


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सिंदूर और हल्दी
हल्दी और सिंदूर का उपयोग शिवलिंग पर प्रयोग नहीं करना चाहिए. भगवान शिव सदैव भस्म को अपने शरीर पर रमाए रहते हैं, इसलिए सिंदूर और हल्दी को शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए. माता पार्वती की पूजा में हल्दी का उपयोग किया जा सकता है.


काला तिल
शिवलिंग का जलाभिषेक करते हुए या दूध का अभिषेक करते हुए उसमें कभी भी तिल का प्रयोग नहीं करना चाहिए. ऐसा मान्यता है कि काला तिल भगवान विष्णु के मेल से उत्पन्न हुआ था इसलिए इसे शिवलिंग पर भूल से भी अर्पित नहीं करना चाहिए.


शंख
शिवलिंग पर कभी भी शंख से अभिषेक नहीं करना चाहिए. ऐसा मान्यता है कि पूर्व काल में भगवान शंकर ने शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया था और उसी राक्षस से उत्पन्न हुआ था शंख जिसके बाद से ही शंख शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता है.


टूटे हुए चावल
चावल भगवान शिव को प्रिय है लेकिन कभी भी टूटे हुए चावल शिवलिंग पर नहीं चढ़ाने चाहिए. शिवलिंग की पूजा करते समय हमेशा पूरा चावल ही चढ़ाने चाहिए. 


तुलसी
तुलसी को शिवलिंग पर अर्पित नहीं करना चाहिए. ऐसा करने के पीछे मान्यता है कि तुलसी के पति जालंधर राक्षस का भगवान शिव ने वध किया था और तुलसी लक्ष्मी स्वरुपा भी हैं. इसलिए तुलसी का उपयोग कभी भी शिवलिंग पर नहीं करना चाहिए.


नारियल का पानी
भगवान शिव पर नारियल अर्पित किया जाता है लेकिन नारियल के पानी से शिवलिंग का अभिषेक करने से भगवान शिव नाराज होते हैं और धन का हानि होती है.
 
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)