अब तक कुंभ में नहीं लगा पाए हैं डुबकी तो अप्रैल में पांच मौके, नोट कर लीजिए तारीख
13 अप्रैल 2021 तो नवसंवत्सर स्नान होगा. सनातन परंपरा के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हिंदू नव वर्ष का पहला दिन होता है. साल का पहला दिन होने के चलते इस स्नान की बेहद मान्यता है. यह नई शुरुआत और संकल्प का दिन माना जाता है.
नई दिल्लीः कुंभ नगरी हरिद्वार (Haridwar Mahakumbh 2021) में साधु-संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. इसके अलावा आम लोग भी स्नान कर पुण्य लेने पहुंच रहे हैं. कुंभ के दौरान सभी दिनों के स्नान का खास महत्व है, लेकिन इनमें भी शाही स्नान और विशेष तिथि पर स्नान करना और भी अधिक सौभाग्यशाली बनाता है.
शिवरात्री के मौके पर पहला शाही स्नान 11 मार्च को हुआ था, जब अखाड़ों के साधु संतो के साथ लोगों ने भी आस्था की डुबकी लगाई थी. अगर उस समय आप हरिद्वार नहीं जा पाए हैं तो अब आगे कब हैं शाही स्नान उनकी तिथियां नोट कर लीजिए.
12 अप्रैल को है शाहीस्नान
11 मार्च के बाद अब दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल 2021 को है. स्नान की यह तिथि सबसे खास है. इस दिन चैत्र-सोमवती अमावस्या है. इस स्नान को चैत्रीय या अमावसी स्नान भी कहते हैं.
अमावस्या के दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व है और माना जाता है कि अमावस्या के दिन स्नान और दान करने से पुण्य फल प्राप्त होता है. पितरों को तर्पण भी करते हैं. गंगा स्नान के जरिए उन्हें भी पुण्य का फल मिलता है.
13 अप्रैल 2021 : नवसंवत्सर स्नान
13 अप्रैल 2021 तो नवसंवत्सर स्नान होगा. सनातन परंपरा के अनुसार चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को हिंदू नव वर्ष का पहला दिन होता है.
साल का पहला दिन होने के चलते इस स्नान की बेहद मान्यता है. यह नई शुरुआत और संकल्प का दिन माना जाता है.
हालांकि यह शाही स्नान नहीं है, लेकिन कुंभ में इस मौके पर जनमानस और साधु संतों की भीड़ गंगा किनारे जुटती है.
यह भी पढ़िएः International Women's Day और Mahakumbh में महिला साध्वियों का अखाड़ा, जानिए खास बातें
14 अप्रैल 2021 शाही स्नान मेष संक्रांति
ठीक अगले ही दिन 14 अप्रैल 2021 को शाही स्नान है. इसे मेष संक्रांति पर शाही स्नान कहते हैं. इस तीसरे शाही स्नान पर श्रद्धालु उमड़ पड़ते हैं.
इस दिन देश-दुनिया से आए साधु-संत गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाएंगे. इस बार बैसाखी के दिन मेष संक्रांति होने से शाही स्नान का महत्व और बढ़ जाता है. देश-विदेश से श्रद्धालु इस स्नान के लिए आएंगे.
रामनवमी स्नान 21 अप्रैल 2021
21 अप्रैल 2021 को रामनवमी के मौके पर महाकुंभ का बड़ा स्नान होगा. इस स्नान की भी बड़ी मान्यता है.
नवरात्र व्रत का समापन, श्री राम का प्राकट्य दिवस, रामनवमी और देवी दुर्गा की आराधना का विशेष दिन होने से लाखों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाएंगे. रामनवमी के दिन नदियों का जल गंगा् में समाहित हो जाता है.
चैत्र पूर्णिमा शाही स्नान
इसके बाद शाही स्नान 27 अप्रैल को है. यह चैत्र पूर्णिमा का दिन है. यह महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान है. 27 अप्रैल 2021 को हरिद्वार महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान होगा.
इस दिन पड़ने वाली चैत्र पूर्णिमा के मौके पर करोड़ों श्रद्धालु मां गंगा में डुबकी लगाएंगे. इस दिन अमृत योग का संयोग बन रहा है.
इस दौरान स्नान से मनुष्य से सभी पाप धुल जाते हैं और उसकी मोक्ष प्राप्ति का रास्ता खुल जाता है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.