नई दिल्लीः Holi 2022: रंगों का त्योहार होली आने वाली है. उल्लास और उमंग के इस त्योहार को लेकर अभी से बच्चों से लेकर बड़ों में उत्साह है. इस बार होली 10 मार्च 2022 को होलाष्टक लग जाएगा. होलाष्टक के दिन से होली की तैयारी शुरू होती है. होली के आठ दिन पहले होलाष्टक लग जाएगा. इस दौरान किसी भी शुभ कार्य की मनाही रहेगी.


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कब होगा होलिका दहन
इस साल 17 मार्च 2022 यानी गुरुवार को होलिका दहन होगा. वहीं, 18 मार्च 2022 (शुक्रवार) को होली का पर्व मनाया जाएगा. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 17 मार्च को रात 9:20 बजे से रात 10:31 बजे तक होगा. एक घंटा 10 मिनट के इस शुभ मुहूर्त के बीच कभी भी होलिका दहन किया जा सकेगा.


कैसे किया जाता है होलिका दहन
होलिका दहन में किसी पेड़ की शाखा को जमीन में गाड़कर उसे चारों ओर से लकड़ी, कंडे या उपले से ढककर निश्चित मुहूर्त में जलाया जाता है. इसमें छेद वाले गोबर के उपले, गेहूं की नई बालियां और उबटन जलाया जाता है, ताकि सालभर आरोग्य मिले.


जानिए होली की पौराणिक कथा 
पुराणों के अनुसार, एक दैत्य राजा हिरण्यकश्यप खुद को भगवान समझता था. वह लोगों से अपनी पूजा करने को कहता, लेकिन हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था. प्रहलाद अपने पिता की बात नहीं मानता था. वह भगवान विष्णु की पूजा करता. नाराज पिता ने अपने बेटे को मारने का निर्णय किया. 


उसने अपनी बहन होलिका से कहा कि वह प्रहलाद को गोद में लेकर आग में बैठ जाए, क्योंकि होलिका आग में जल नहीं सकती थी. उनकी योजना प्रहलाद को जलाने की थी. आग की लपटों के बीच होलिका की गोद में बैठा प्रहलाद भगवान विष्णु का नाम लेता रहा. भगवान की कृपा से वह बच गया और होलिका जलकर राख हो गई.


होलिका की ये हार बुराई के नाश का प्रतीक है. इसके बाद से होलिका दहन का प्रचलन शुरू हुआ और होली का त्योहार मनाए जाने लगा.


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