Aaj Ka Panchang: शनि हो रहे हैं वक्री, कर्क-वृश्चिक समेत इन राशियों में होगी परेशानी
Aaj Ka Panchang: आज यानी 4 जून (शनिवार) शनि वक्री हो रहे हैं. शनि की उल्टी चाल शुरू हो जाएगी. शनि की उल्टी चाल 5 जून देर रात 3 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो जाएगी. इसके बाद शनि 5 जून से 23 अक्टूबर तक कुंभ राशि में वक्र गति से चलेंगे.
नई दिल्लीः Aaj Ka Panchang: आज यानी 4 जून (शनिवार) शनि वक्री हो रहे हैं. शनि की उल्टी चाल शुरू हो जाएगी. शनि की उल्टी चाल 5 जून देर रात 3 बजकर 16 मिनट पर शुरू हो जाएगी. इसके बाद शनि 5 जून से 23 अक्टूबर तक कुंभ राशि में वक्र गति से चलेंगे. शनि के वक्री होने से इन राशियों के जीवन में कई मुश्किलें और चुनौतियां आ सकती हैं.
शनि के कुंभ में प्रवेश करते ही मीन जातकों पर शनि साढ़े साती हो चुकी है तो वहीं कर्क और वृश्चिक वालों पर शनि ढैय्या शुरू हो चुकी है. शनि की उल्टी चाल का प्रभाव सबसे अधिक कर्क, सिंह, कन्या, मकर, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों पर पड़ेगा. इन सभी राशि पर शनि की टेढ़ी नजर होगी.
आज शनिवार है. आज शनिदेव की पूजा करने का विधान है. हिंदू पुराणों में शनि देव को धर्मराज और न्याय का देवता कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है कि मनुष्यों को उसके अच्छे और बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं. आज शनिदेव की प्रतिमा पर तेल चढ़ाना चाहिए. इससे कई ग्रह दोष दूर होते हैं.
नौकरी-व्यापार में आ सकती है परेशानी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव की दृष्टि यदि आपकी राशि पर बिगड़ जाए तो आपको नौकरी और व्यापार में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और आपके घर की आर्थिक स्तिथि कमजोर होने के साथ आप पर कर्ज की स्थिति भी बन जाती है. लेकिन यदि शनि देव आप पर प्रसन्न हैं तो आपको धन, नौकरी और व्यापार में उन्नति प्रदान करते हैं. साथ ही आपको आपकी सभी समस्याओं से मुक्ति भी दिलाते हैं.
अगर आपकी कुंडली में यह ग्रह अशांत है तो शनि दोष से बचने और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा और व्रत रखना चाहिए.
आज का पंचांग
तिथि - 04 जून 2022
दिन - शनिवार
विक्रम संवत - 2078
हिंदी माह- ज्येष्ठ
शुक्ल पक्ष- पंचमी तिथि 04.52 बजे तक, इसके उपरांत षष्ठी तिथि
नक्षत्र- पुष्य नक्षत्र 09.55 बजे तक, इसके उपरांत आश्लेषा नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - ध्रुव योग 04.19 बजे तक, इसके उपरांत व्याधात योग
चंद्रमा का कर्क राशि पर संचरण
आज का शुभ मुहूर्त - 11.58 बजे से 12.51 बजे तक
राहु काल - 09.04 बजे से 10.45 बजे तक
गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
एक नीले कपड़े में सात काली, मिर्च, एक कच्चा कोयला, साबुत काली उड़द बांधकर बहते जल में प्रवाहित करें. वापस लौटते समय मुड़कर नहीं देखें.
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