नई दिल्ली. शवलिंग को भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है. मंदिर हो या घर शिवलिंग की स्थापना के कुछ नियम बताए गए हैं. जिनका सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है. शास्त्रों के अनुसार, मंदिर और घर में शिवलिंग के अलग-अलग आकारों की स्थापना की जाती है. अगर आप भी घर के मंदिर में शिवलिंग की स्थापना करने जा रहे हैं तो इन बातों का ख्याल रखें.


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अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए शिवलिंग का आकार
सबसे जरूरी बात है कि घर में कभी भी बहुत बड़े शिवलिंग की स्थापना नहीं करनी चाहिए. घर के मंदिर में रखे जाने वाले शिवलिंग का आकार अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए. किसी विशेष परिस्थितियां में घर के वास्तु के अनुसार ही शिवलिंग की स्थापनी करना चाहिए. 


यहा कर सकते हैं तीन इंच के शिवलिंग की स्थापित
जिस घर में आंगन हो या घर का बड़ा आकार हो वहां अधिकतम तीन इंच के शिवलिंग को स्थापित करने के लिए कहा जाता है. इसलिए शिवलिंग स्थापित करने से पहले घर के आकार, उस घर के वास्तु के बारे में भी जानना जरूरी होता है.


भूलकर भी न करें ये गलती
कभी भी घर में अकेले शिवलिंग की स्थापना नहीं करनी चाहिए. उनके साथ  माता गौरी और गणेश जी की भी प्रतिमा होनी चाहिए. शिवलिंग को हमेशा खुली जगह पर स्थापति करें. इस बात का ध्यान रखें कि शिवलिंग पर हमेशा जलधारा बहती रहे. घर में शुवलिंग की स्तापना के बाद साफ सफाई को विशेष ध्यान रखना चाहिए. क्योकि शिव जी को साफ सफाई बहुत पसंद है.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)


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