Krishna Janmashtami 2023: जन्माष्टमी पर क्यों रखना चाहिए तुलसी के पत्तों का खास ध्यान? ये चूक कर देगी कान्हा को नाराज
Shri Krishna Janmashtami 2023: पूरा देश इस समय श्रीकृष्ण भक्ति में लीन है. कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्त पूरा दिन भूखे रखकर अपने कान्हा की उपासना करता है. वहीं, मध्यरात्रि में भगवान कृष्ण को पंचामृत का भोग लगाया. हालांकि, इस खास दिन पर तुलसी से जुड़ी कुछ बातों पर भी ध्यान देना अनिवार्य होता है.
नई दिल्ली: Shri Krishna Janmashtami 2023: हर साल भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का जश्न मनाया जाता है. हिन्दू धर्म में इस त्योहार की बहुत मान्यता है. भगवान कृष्ण के जन्मदिन के इस दिन पर कृष्ण भक्त पूरा दिन उपवास करते हैं और भगवान कृष्ण को सजाकर उनके साथ अलग-अलग तरह का प्रसाद तैयार किया जाता है. वहीं, मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण को पंचामृत का भोग लगाकर इस उपवास का प्रसाद ग्रहण किया जाता है.
तुलसी के पत्तों का रखें खास ध्यान
कई जातक ऐसे हैं जिन्हें कृष्ण जन्माष्टमी के नियमों की पूरी जानकारी न होने के कारण जाने-अनजाने में उनसे कोई न कोई गलती हो जाती है. इसी में एक गलती है तुलसी के पत्ते तोड़ना. भगवान की पूजा में तुलसी का एक खास महत्व रहा है. भगवान कृष्ण को भी तुलसी अत्यंत प्रिय है, ऐसे में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन के दिन तुलसी के पत्तों का खास ध्यान रखना चाहिए.
भगवान विष्णु को प्रिय है तुलसी
दरअसल, श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है. विष्णु भगवान को तुलसी अत्यंत प्रिय होती है और ऐसे में यह श्रीकृष्ण की भी प्रिय रही है. कहा जाता है कि तुलसी के बिना विष्णु जी पूजा ही अधूरी है. वह बिना तुलसी के भोग तक नहीं चखते. इसीलिए विष्णु या कृष्ण पूजा तुलसी को शामिल रखना अत्यंत आवश्यक माना गया है.
ऐसे तोड़े पत्ते
हालांकि, तुलसी की पत्तियां तोड़ने के दौरान भी कुछ अहम बातों पर ध्यान देना होता है. अगर जन्माष्टमी के दिन कृष्ण भोग या पूजा के लिए तुलसी की पत्तियां तोड़ रहे हैं तो इन्हें कभी भी नाखून से दबाकर या झटके में न तोड़े. तुलसी की पत्तियां तोड़ते समय सबसे पहले तुलसी के पौधे को प्रणाम करें इसके बाद बहुत कोमल हाथों से और प्यार से इसकी पत्तियां तोड़े. इसके अलावा जन्माष्टमी के अलावा भी किसी अन्य दिन पर भी तुलसी की पत्तियां तोड़ने से पहले इसी नियम का पालन करें.
जरूर करें तुलसी पूजन
जन्माष्टमी के दिन तुलसी पूजा भी अवश्य करें. तुलसी पर जल अर्पित करते इसकी परिक्रमा करें. कम से कम तीन बार तुलसी की परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. परिवार के सारे कष्ट दूर होते हैं और जन्माष्टमी की पूजा भी सफल मानी जाती है.
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